इंदौर। भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर हुए हमले को लेकर सोमवार रात प्रीतमलाल सभागृह में सिंधी समाज ने बैठक बुलाई थी। इसमें मंगलवार को दोपहर 2 बजे तक बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया। इसके साथ पुलिस कमिश्नर और भाजपा नगर अध्यक्ष को ज्ञापन देने का फैसला लिया गया। समाज की इस महत्वपूर्ण बैठक से सांसद शंकर लालवानी गायब रहे। वे खुद तो नहीं ही आए अपने किसी प्रतिनिधि को भी नहीं भेजा। इसको लेकर समाज में जबरदस्त आक्रोश है।
बैठक में समाज के कई लोगों ने सांसद महोदय की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। इस पर बैठक का संचालन कर रहे व्यक्ति ने कहा कि सांसद पुडुचेरी गए हैं। तब लोगों ने सवाल उठाया कि पार्षद कंचन गिडवानी या सांसद महोदय का पूरा काम देख रहे विशाल गिडवानी क्यों नहीं आए? लोगों का यह भी कहना था कि कंचन गिडवानी या विशाल गिडवानी समाज के प्रतिनिधि की हैसियत से तो बैठक में आ ही सकते थे। लोगों ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में सांसद समाज के साथ कहीं खड़े नजर नहीं आ रहे हैं। इस मामले को लेकर बैठक में काफी देर तक बहस चलती रही।
सांसद के भाई ने कहा-सिर्फ समाज का सांसद नहीं
बैठक में सांसद की अनुपस्थिति को लेकर चल रही बहस के दौरान जब समाज के लोगों ने सवाल उठाए तो वहां उपस्थित सांसद के भाई प्रकाश लालवानी वहां से उठकर चले गए। पार्षद कमलेश कालरा उन्हें फिर वापस ले आए। तब भी मुद्दा गर्म ही था। जब सवाल होने लगे तो प्रकाश लालवानी ने कहा कि शंकर लालवानी सिर्फ सिंधी समाज के सांसद नहीं हैं। 12 लाख वोटों से जीते हैं। पूरे इंदौर के सांसद हैं। इसके बाद जब माहौल और गर्म हो गया, तब प्रकाश लालवानी बैठक से उठकर चले गए।
भाजपा कार्यालय में भी समाजजनों से किया किनारा
पार्षद कमलेश कालरा पर हमले के बाद जब सिंधी समाज के लोग भाजपा कार्यालय पहुंचे तो वहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक में सांसद लालवानी उपस्थित थे। समाज के लोगों को उम्मीद थी कि वे प्रदेश अध्यक्ष के सामने बात रखने में साथ देंगे, लेकिन वे बैठक से निकलकर वहां से रवाना हो गए। फिर पार्षद कालरा के साथ समाज के लोगों ने बिना सांसद मुलाकात की। समाज के लोग दंग रह गए कि इतने बड़े मामले में भी सांसद का साथ नहीं मिला।
सिंधी समाज के नाम पर ही मिला था टिकट
सिंधी समाज के लोगों का कहना है कि इस बार शंकर लालवानी का टिकट लगभग कट चुका था। भाजपा की तरफ से एक महिला को टिकट देने की बात चल रही थी और टिकट लगभग फाइनल भी हो चुका था। बाद में शंकर लालवानी को सिंधी समाज के दम पर ही टिकट मिला। आज तक वे सिंधी समाज के नाम पर ही राजनीति करते आए हैं और जब समाज को जरूरत पड़ी तो गायब हो गए।
बैठक में घटना पर व्यक्त किया आक्रोश
बैठक में पूरे सिंधी समाज ने पार्षद कालरा के साथ हुई घटना पर आक्रोश व्यक्त किया। समाजजनों ने कहा कि जब एक पार्षद के साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी कहां तक सुरक्षित है। यह तय किया गया कि मंगलवार को सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक बाजार बंद रख प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद पुलिस कमिश्ननर को ज्ञापन देंगे। पुलिस कमिश्नर से मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की जाए। बैठक में यह भी फैसला हुआ कि भाजपा नगर अध्यक्ष को ज्ञापन देकर महापौर परिषद के सदस्य जीतू यादव को पार्टी से बाहर करने की मांग की जाए।
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