मुंबई की सत्ता में शामिल एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे देश को चिन्ता में डाल दिया है। चिन्ता इस बात की है कि गुजरात के साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई वाय श्रेणी की सुरक्षा वाले नेता की हत्या कर देता है और पूरा सरकारी तंत्र पंगु बना रह जाता है। यह एक तरह से सरकार की नाक काटने जैसा ही है। इस हत्या के बाद लोगों को यह डर सताने लगा है कि मुंबई एक बार फिर अंडरवर्ल्ड के हवाले न हो जाए।
लॉरेंस कई जेलों का सफर तय कर चुका है। अब उसे गुजरात की सबसे ज्यादा हाई सिक्योरिटी साबरमती जेल में रखा गया है। जहां किसी को उससे मिलने की इजाजत नहीं है। बोलचाल की भाषा में कहें तो परिंदा भी पर नहीं मार सकता। दिल्ली पुलिस से लेकर मुंबई पुलिस और कई राज्यों की पुलिस लॉरेंस बिश्नोई को रिमांड पर लेना चाहती है, लेकिन रिमांड नहीं मिल रही।
अब सवाल यह है कि ऐसी हाई सिक्योरिटी जेल में रहकर भी लॉरेंस कैसे किसी की हत्या की सुपारी दे रहा है। सलमान खान को खुलेआम धमकी देकर उनके घर पर गोली चलवा रहा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या से साफ जाहिर है कि उसे किसी सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। अगर ऐसा नहीं तो वह कैसे अपने गिरोह के लोगों से संपर्क करता है। हत्या के बाद उसकी गैंग ने सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी लेते हुए लिखा कि जो भी सलमान खान और दाउद गैंग की हेल्प करेगा अपना हिसाब किताब लगा के रखना। जय श्रीराम जय भारत सलाम शहीदां नू। फेसबुक पोस्ट शुबू लोंकर महाराष्ट्र नाम के हैंडल से शेयर किया गया है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आज की हाईटेक पुलिस क्या यह पता नहीं लगा सकती कि पोस्ट कौन कर रहा है? लॉरेंस जेल से बैठकर कैसे अपना नेटवर्क ऑपरेट कर रहा है? माना कि काले हिरण की हत्या को लेकर उसकी सलमान खान से दुश्मनी है, लेकिन जेल में बैठकर उसे हत्या करने और लोगों को धमकाने की छूट कैसे दी जा सकती है?
भले ही किसी दल के नेता और सरकार की तरफ से उसे संरक्षण मिल रहा हो, लेकिन अब पानी सिर के ऊपर आ चुका है। जब सत्ताधारी दल का नेता ही मुंबई में सुरक्षित नहीं तो अन्य लोगों की सुरक्षा की बात क्या करें?
अब सरकार को सोचना होगा कि वह क्या एक बार फिर मुंबई को अंडरवर्ल्ड के हवाले करना चाहती है? अगर नहीं तो कोई ऐसा कदम उठाए कि लोगों के दिल से लॉरेंस जैसे गैंगस्टर का खौफ दूर हो।
Leave Comments