आज भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में 'उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान 2024' पाकर मैं अभिभूत हूं। आप जब कोई काम सिद्दत से बिना लाभ-हानि देखे करते हो, ऐसे में हौले से कोई आपकी पीठ थपथपा दे तो कितना अच्छा लगता है। इससे आपका हौसला और बुलंद होता है और आप इस बात के लिए भी निश्चिंत हो जाते हो कि आप सही रास्ते पर चल रहे हो। इसके बाद आप को राह के कांटों की परवाह नहीं होती।
मैं आज कुछ ऐसा ही महसूस कर रहा हूं। स्टेट प्रेस क्लब के साथ ही 'सच' का साथ देने के लिए आपका भी आभार। भरोसा रखिए आगे भी मेरी कलम सच के रास्ते पर चलती रहेगी।
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