विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और अन्य अधिकारियों से महत्वपूर्ण मुलाकात
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की
- Published On :
29-Jan-2025
(Updated On : 29-Jan-2025 11:13 am )
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और अन्य अधिकारियों से महत्वपूर्ण मुलाकात
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की। इस मुलाकात की जानकारी जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर दी। उन्होंने लिखा:
"अबू धाबी के क्राउन प्रिंस अल नाहयान से मिलकर खुशी हुई। हमने उनके हाल ही के भारत दौरे की यादें ताजा कीं और भारत-यूएई साझेदारी को और आगे बढ़ाने पर चर्चा की।"
यूएई के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार से वार्ता
विदेश मंत्री ने यूएई के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार अनवर गर्गश से भी मुलाकात की। इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी और आपसी सहयोग पर चर्चा हुई। इस पर जयशंकर ने लिखा:
यूएई के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार अनवर गर्गश से मिलकर खुशी हुई। हमने अपनी विशेष साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।"
जयशंकर का दौरा और भारत-यूएई संबंधों का इतिहास
विदेश मंत्री एस. जयशंकर 27 से 29 जनवरी तक यूएई के दौरे पर हैं। इस दौरे का उद्देश्य भारत और यूएई के बीच संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करना है।
भारत और यूएई के बीच राजनयिक संबंध 1972 में स्थापित हुए। इसके तहत यूएई ने भारत में अपना दूतावास खोला और भारत ने 1973 में यूएई में अपना दूतावास खोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2015 के यूएई दौरे के बाद इन संबंधों में एक नया मोड़ आया। यह दौरा 34 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यूएई का पहला दौरा था। इस यात्रा के दौरान भारत और यूएई के बीच व्यापक और रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत हुई।हाल के वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार यूएई का दौरा किया है। उनका सबसे हालिया दौरा नवंबर-दिसंबर 2023 में कॉप-28 विश्व जलवायु सम्मेलन के दौरान हुआ।
यूएई नेताओं के भारत दौरे
यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने भी भारत का कई बार दौरा किया है। 2016 और 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में उन्होंने भारत की यात्रा की। इन यात्राओं ने दोनों देशों के बीच सहयोग को एक नई दिशा दी है।
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