दिल्ली बनाम हरियाणा: पानी पर सियासी जंग, चुनाव से पहले गहराया विवाद
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हरियाणा यमुना नदी में जहरीला पानी छोड़ रही है
- Published On :
28-Jan-2025
(Updated On : 28-Jan-2025 10:43 am )
दिल्ली बनाम हरियाणा: पानी पर सियासी जंग, चुनाव से पहले गहराया विवाद
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हरियाणा यमुना नदी में जहरीला पानी छोड़ रही है। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है और इसे चुनावी साजिश बताया है।
भाजपा पर चुनावी साजिश का आरोप
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, "चुनाव में हार के डर से भाजपा दिल्ली के लोगों को प्यासा मारना चाहती है। भाजपा की हरियाणा सरकार यमुना में ऐसा पानी छोड़ रही है जिसमें अमोनिया की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है। इसका नतीजा यह है कि दिल्ली के तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने की कगार पर हैं।"
आतिशी ने चेतावनी दी कि इस स्थिति से दिल्ली के 30% लोगों को पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ेगी। उन्होंने आगे कहा, "हिंदू धर्म में पानी रोकने से बड़ा कोई पाप नहीं होता। लेकिन दिल्ली की जनता इस पाप का जवाब 5 फरवरी को चुनाव में देगी।
केजरीवाल ने की तीखी टिप्पणी
आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "हरियाणा से भाजपा वाले दिल्ली के लिए जहरीला पानी भेज रहे हैं। अगर ये पानी लोगों ने पी लिया, तो उनकी जान तक जा सकती है। भाजपा की गंदी राजनीति अब दिल्ली वालों की जान लेने पर उतारू हो गई है।"
केजरीवाल ने यह भी बताया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई इलाकों में पानी की सप्लाई रोकनी पड़ी है। उन्होंने इसे जनता की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम बताया।
चुनाव आयोग से शिकायत
आतिशी ने इस मामले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि उन्होंने इस मुद्दे की शिकायत चुनाव आयोग से की है जिस पर दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी में अमोनिया के उच्च स्तर पर चुनाव आयोग ने हरियाणा से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। । इस पर एक्शन लेते हुए चुनाव आयोग ने हरियाणा से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
विधानसभा चुनाव: 5 फरवरी को वोटिंग
गौरतलब है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने जा रहे हैं, जबकि वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। इस मुद्दे के बीच पानी संकट को लेकर छिड़ा यह राजनीतिक विवाद आगामी चुनाव को और गरमा सकता है।
अब देखना यह है कि दिल्ली की जनता पानी की इस सियासत का जवाब चुनाव में कैसे देती है।
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