Home / विदेश

कनाडा की इमिग्रेशन नीति में सख्ती: अस्थायी वीजा रद्द करने के नए कड़े नियम लागू

कनाडा ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा और आव्रजन प्रणाली की अखंडता बनाए रखने के लिए बड़े बदलाव किए हैं।

कनाडा की इमिग्रेशन नीति में सख्ती: अस्थायी वीजा रद्द करने के नए कड़े नियम लागू

कनाडा ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा और आव्रजन प्रणाली की अखंडता बनाए रखने के लिए बड़े बदलाव किए हैं। इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटीजनशिप कनाडा (IRCC) द्वारा लागू किए गए नए नियमों के तहत अधिकारियों को इलेक्ट्रॉनिक ट्रैवल ऑथराइजेशन (ETA), अस्थायी निवासी वीजा (TRV), कार्य और अध्ययन परमिट रद्द करने का अधिकार मिल गया है।

इन परिस्थितियों में हो सकता है वीजा रद्द

1 गलत जानकारी देने पर – यदि कोई व्यक्ति वीजा आवेदन में झूठी जानकारी देता है, तो उसका वीजा रद्द किया जा सकता है।
2 आपराधिक रिकॉर्ड – वीजा मिलने के बाद यदि किसी अपराध में दोषी ठहराए जाते हैं, तो वीजा निरस्त किया जा सकता है।
3 शैक्षणिक परमिट का उल्लंघन – यदि कोई छात्र ऐसे संस्थान में प्रवेश लेता है जो मान्यता प्राप्त नहीं है या बंद हो गया है, तो उसका अध्ययन परमिट रद्द किया जा सकता है।
4 अनधिकृत प्रवास का संदेह – यदि अधिकारी को लगता है कि व्यक्ति अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद कनाडा नहीं छोड़ेगा, तो उसका वीजा खत्म किया जा सकता है।
5 दस्तावेज की चोरी, नष्ट या खो जाने पर – यदि व्यक्ति का वीजा दस्तावेज़ खो जाता है या गलती से जारी किया गया था, तो उसे रद्द किया जा सकता है।
6 स्थायी निवासी बनने या मृत्यु की स्थिति में – यदि कोई व्यक्ति PR (Permanent Residency) हासिल कर लेता है या उसकी मृत्यु हो जाती है, तो उसका अस्थायी वीजा रद्द किया जा सकता है।

पंजाब के अप्रवासियों पर सबसे अधिक असर

 कनाडा में पढ़ाई और काम के लिए जाने वाले पंजाब के युवाओं की संख्या काफी अधिक है।
अधिकांश पंजाबी अप्रवासी अस्थायी वीजा (TRV) लेकर शुरुआत करते हैं और फिर स्थायी निवास (PR) पाने की प्रक्रिया में लग जाते हैं।
कनाडा के इमिग्रेशन एक्सपर्ट परविंदर सिंह का कहना है कि ये नए नियम अवैध अप्रवासियों पर लगाम लगाने के लिए हैं, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर पंजाब के वीज़ा धारकों पर पड़ सकता है।

नए नियमों का उद्देश्य और असर

 सुरक्षा जोखिम कम करना – केवल योग्य और ईमानदार आवेदकों को प्रवेश देना।
अवैध अप्रवास पर रोक – फर्जी दस्तावेज़ों और झूठी जानकारी देने वालों को बाहर करना।
कनाडा की इमिग्रेशन प्रणाली को मजबूत बनाना – ताकि विदेशी नागरिकों का डेटा पारदर्शी और सुरक्षित रहे।

अब सवाल यह उठता है:

 क्या यह नियम अवैध प्रवासियों के खिलाफ सही कदम है या असली स्टूडेंट्स और वर्कर्स पर भी भारी पड़ेगा?
क्या पंजाब के वीजा धारकों को अब कनाडा जाने के लिए ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?
क्या यह कदम भारत-कनाडा संबंधों पर कोई असर डालेगा?

 अगर आप कनाडा जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन नियमों को ध्यान में रखकर ही आवेदन करें, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी से बचा जा सके।

You can share this post!

ट्रंप प्रशासन ने रिश्वत रोधी कानून एफसीपीए पर लगाई रोक, अदाणी समूह को मिली राहत

गाजा को लेकर ट्रंप की योजना पर अमेरिका का कूटनीतिक मिशन: विदेश मंत्री मार्को रूबियो का पश्चिम एशिया दौरा

Leave Comments