अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो चुका है. प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जैसे ही इस मंदिर का उद्घाटन किया, वैसे ही कार्यक्रम में शामिल सभी मेहमानों के चेहरे खिल उठे. वहीं, कुछ मेहमान भगवान राम के बालस्वरूप को देखकर भावुक हो गए. ऐसे ही नेताओं में बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा थीं जो उस क्षण भावुक हो गई थीं. दोनों ने गले लगकर एक-दूसरे को बधाई दी..
राम मंदिर के आंदोलन में इन दोनों का भी अहम योगदान रहा है. दोनों ने 1992 में कार सेवा की थी.उमा भारती ने साध्वी ऋतंभरा के साथ मिलकर अयोध्या मसले पर आंदोलन शुरू किया. वहीं, साध्वी ऋतंभरा १९८० के दशक में दशक में राम मंदिर आंदोलन का प्रमुख चेहरा बन गईं थीं. तब इन्होंने हिंदू जागृति अभियान की कमान संभाली थी. 6 दिसंबर, 1992 को जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया तब साध्वी ऋतंभरा वहीं पर थीं. बाबरी विध्वंस के लिए 68 नामजद आरोपियों में इनका भी नाम था.
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