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इंदौर-मनमाड़ रेललाइन की मंजूरी, आजादी के बाद सर्वाधिक खुशी वाला दिन, आदिवासियों के विकास को मिलेगी गति

सीएम ने सरकार से किया निवेदन-2028 सिंहस्थ तक पूरा कर लें प्रोजेक्ट

इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर-रेल लाइन की मंजूरी वाला दिन मध्यप्रदेश के लिए आजादी के बाद सर्वाधिक खुशी वाला दिन है। इससे आदिवासियों के विकास की गति के साथ मध्यप्रदेश के विकास को भी गति मिलेगी। प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विन वैष्णव और मोदी कैबिनेट ने मध्यप्रदेश को बड़ी सौगात दी है।

मुख्यमत्री ने कहा कि कोई सोच सकता है कि क्या वाकई साढे 18 हजार करोड़ की रेल लाइन की मंजूरी मिल सकती है। वाकई देश में छप्पन इंच की सरकार है।  पिछली बार रेल मंत्री ने कहा था कि आप रेलवे स्टेशन आदि के विकास से ज्यादा नए रेलवे नेटवर्क खोजें और प्रस्तावित करें। सबके लिए सरकार पैसे देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के रेलवे नेटवर्क से प्रदेश के साथ ही देश का भी भला होगा, क्योंकि मध्यप्रदेश देश के मध्य में बसा है। इस प्रोजेक्ट से औद्योगिक क्षेत्र, टूरिज्म से लेकर हर क्षेत्र में विकास होगा। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से चार ज्योतिर्लिंगआपस में जुड़ जाएंगे।

सिंहस्थ तक पूरा कर लें प्रोजेक्ट तो अच्छा

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मेरी केंद्र सरकार से गुजारिश है कि इस प्रोजेक्ट को 2029 की बजाए 2028 में पूरा कर लिया जाए, क्योंकि इस वर्ष उज्जैन में सिंहस्थ है। सीएम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में अब तक हम सिर्फ सर्वे के लिए ही पैसे मांगते रहते थे। इस प्रोजेक्ट से हमारे आदिवासी अंचल मालवा-निमाड़ से पलायन भी रुकेगा। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह सिर्फ रेल का विकास नहीं है, आदिवासियों की जिंदगी में बदलाव का विकास है। माइनिंग से लेकर मिलेट तक हर क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट से फायदा होगा। मालवा से निकलने वाला आलू और नाशिक से आने वाला प्याज सबको पहुंचाने में सुविधा होगी।

राज्य सरकार समान रूप से करेगी विकास

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि जब तक यह प्रोजेक्ट चलेगा, तब तक राज्य सरकार भी इस क्षेत्र में समान रूप से विकास करेगी। इसका रोडमैप बनाकर काम शुरू कर देगी। इकोनामिक कोरिडोर बनेगा। बड़वानी खरगोन, खंडवा, धार, इंदौर पूरा क्षेत्र एक बड़े रेल नेनटवर्क से जुड़ जाएगा। इससे करीब 200 किलोमीटर का रास्ता बचेगा। अब तक हमें घूम कर जाना पड़ता था, अब सीधे पहुंचेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विन वैष्णव तक बाबा महाकाल ने यह आशीर्वाद पहुंचाया है।

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