ब्रिटेन पर भयावह अतीत के लिए क्षतिपूर्ति देने की मांग
राष्ट्रमंडल देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान गुलामी और साम्राज्य की विरासत के मुद्दे पर खूब बहस हुई।
- Published On :
26-Oct-2024
(Updated On : 26-Oct-2024 08:18 am )
ब्रिटेन पर भयावह अतीत के लिए क्षतिपूर्ति देने की मांग
राष्ट्रमंडल देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान गुलामी और साम्राज्य की विरासत के मुद्दे पर खूब बहस हुई। ब्रिटेन के राजा चार्ल्स को अपने देश के अतीत के लिए काफी कुछ सुनना पड़ा। दरअसल राष्ट्रमंडल देशों ने ब्रिटेन पर भयावह अतीत के लिए क्षतिपूर्ति देने की मांग की है।समोआ में आयोजित हुए शिखर सम्मेलन में 56 राष्ट्रमंडल देशों के नेता शामिल हुए।
यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर एकजुट होने के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन किंग चार्ल्स तृतीय का यह पहला शिखर सम्मेलन अतीत की छाया से घिरा रहा। कई अफ्रीकी, कैरिबियन और प्रशांत देशों ने मांग उठाई कि ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय शक्तियां उन्हें अतीत में गुलाम बनाने के लिए वित्तीय क्षतिपूर्ति का भुगतान करें।
शिखर सम्मेलन के दौरान बहामास के प्रधानमंत्री फिलिप डेविस ने कहा कि अतीत के बारे में बहस बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इस बारे में इन ऐतिहासिक गलतियों पर बातचीत करें। दासता की भयावहता ने हमारे समुदायों में एक गहरा, पीढ़ीगत घाव छोड़ा है, और न्याय की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। राष्ट्रमंडल देश चाहते हैं कि क्षतिपूर्ति के मुद्दे पर चर्चा हो।
हालांकि आर्थिक संकट से जूझ रही ब्रिटेन की सरकार क्षतिपूर्ति की किसी भी कोशिश को रोकना चाहती है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने क्षतिपूर्ति भुगतान के आह्वान को सार्वजनिक रूप से अस्वीकार कर दिया है,
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