नई दिल्ली। दिल्ली जाने की जिद पर अड़े 101 किसानों को शंभू बार्डर पर रोक लिया गया। पुलिस से उनकी जमकर झड़प हुई। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। पांच किसान घायल बताए जा रहे हैं।
किसान जब दिल्ली की ओर बढ़ने लगे तो हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का परमिशन लेटर मांगा। उन्होंने कहा कि बिना परमिशन के वे दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। 5 किसान घायल हुए, जिसमें एक की हालत गंभीर है। गंभीर रूप से घायल किसान को चंडीगढ़ भेजा गया है। इसके बाद किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया। अब किसान बैठक कर अगली रणनीति तय करेंगे। इससे पहले भी 6 दिसंबर को भी किसानों ने दिल्ली कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसमें 8 किसान घायल हो गए।
बैठक कर लेंगे आगे का फैसला
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि उनका विरोध रविवार को 300 दिनों तक पहुंच गया। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों द्वारा दिल्ली की ओर उनके मार्च को रोक दिया गया था। पंढेर ने कहा कि वह किसानों के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद आगे का फैसला करेंगे।
शिवराज चौहान पर गुमराह करने का आरोप
पंढेर ने कहा क केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर संसद को गुमराह कर रहे हैं। हम एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं, लेकिन मंत्री चुप हैं। उन्होंने कहा हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे।
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