भोपाल। आरटीओ के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के साथी शरद जायसवाल को भी कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड पर लोकायुक्त को सौंप दिया है। उसे मंगलवार रात को गिरफ्तार कर बुधवार दोपहर कोर्ट में पेश किया गया था। शरद ने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा है कि वह सिर्फ सौरभ के रेस्टोरेंट, होटल का बिजनेस देखता था। सौरभ ने उसके दस्तावेजों को इस्तेमाल कर संपत्तियां खरीदी हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को लोकायुक्त ने सौरभ और उसके साथी चेतन गौर को कोर्ट में पेश किया था, जहां से 7 दिन की रिमांड मिल गई थी। शरद की रिमांड मिलने के बाद अब तीनों आरोपियों को 4 फरवरी को विशेष न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। अब इनसे अलग-अलग पूछताछ कर आमने-सामने बैठाकर भी क्रॉस इंक्वायरी की जाएगी।
सूत्र बताते हैं कि सौरभ शर्मा से शरद की मुलाकात प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त के दौरान हुई थी। इसके बाद शरद ने सौरभ शर्मा के लिए काम करना शुरू कर दिया। सौरभ शर्मा के रेस्टोरेंट और अन्य बिजनेस को वह संभालने लगा। शुरुआती पूछताछ में उसने यही कहा है कि उसका सौरभ के काले धन से कोई लेना-देना नहीं है। इधर, चेतन गौर ने भी कहा है कि वह केवल एक कोरियर बॉय के तरह काम करता था, उसे जो निर्देश सौरभ द्वारा दिए जाते थे, उनका वह पालन करता था।
सोना और कैश की जांच डीआरआई भी करेगा
भोपाल के मेंडोरी के जंगल में इनोवा कार में मिले 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश के मामले की जांच डीआरआई भी करेगा। बताया जाता है कि 19-20 दिसंबर की रात इनोवा कार में जो सोना मिला था वह विदेश से मंगाया गया है। इसकी मैन्युफैक्चरिंग दुबई, स्विटजरलैंड और ऑस्ट्रेलिया की होने की बात सामने आई है। इसके बाद आयकर विभाग ने इसकी जानकारी डीआरआई को भी दे दी है। सौरभ से बयान के लिए सभी पक्षों पर विचार आयकर विभाग सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ के सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। आयकर विभाग की जांच में खुलासा हो गया कि कार चेतन गौर की है। चेतन लोकायुक्त पुलिस के छापे की जद में आए सौरभ शर्मा का दोस्त है। इसके बाद आयकर विभाग के अफसरों ने चेतन से पूछताछ की तो उसने कहा कि सोना और पैसा कहां से आया और किसका है, उसे जानकारी नहीं है। उसने ये जरूर माना था कि वो आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का दोस्त है।
कांग्रेस नेता नायक ने उठाए कई सवाल
पूर्व मंत्री और कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा-कि परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा किसके संरक्षण में रहा इसकी जांच होना चाहिए। नायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस देश में पक्षपात, अन्याय, भ्रष्टाचार और देश को लूटने वालों का नापाक संबंध चल रहा है। लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा को रिमांर्ड पर लिया, ईडी की जांच अलग से चल रही है। सरकारी गवाह बनाने की तैयारी हो चुकी है। इससे यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि मामले को रफा- दफा करने की कोशिश हो रही है। मुकेश नायक ने मांग की है कि परिवहन मंत्री रहे भूपेन्द्र सिंह ठाकुर, गोविंद सिंह राजपूत और इस अवधि के दौरान पदस्थ रहे सभी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर्स को पुलिस गिरफ्तार करे।
Leave Comments