बशर अल-असद का बयान: सीरिया छोड़ने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया
सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सीरिया से निकलने के बाद पहली बार सार्वजनिक बयान जारी किया
- Published On :
17-Dec-2024
(Updated On : 18-Dec-2024 07:26 am )
बशर अल-असद का बयान: सीरिया छोड़ने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया
सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सीरिया से निकलने के बाद पहली बार सार्वजनिक बयान जारी किया है। उन्होंने इसमें घटनाओं की व्याख्या करते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट की।
आतंकवाद का दमिश्क तक पहुंचना
बशर अल-असद ने लिखा, जैसे-जैसे आतंकवाद सीरिया में फैलता गया, अंततः शनिवार, 7 दिसंबर 2024 की शाम को यह दमिश्क तक पहुंच गया। इसके बाद मेरे भाग्य और ठिकाने को लेकर सवाल उठने लगे। यह सब ऐसे समय में हुआ जब सच्चाई से दूर कई झूठे नैरेटिव फैलाए जा रहे थे, जिनका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को सीरिया की क्रांति के रूप में दिखाना था।
संचार बाधाओं के कारण बयान में देरी
देश के इतिहास के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, जहां सच्चाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, झूठे दावों पर बात करना आवश्यक हो गया है। दुर्भाग्य से, उस समय की सुरक्षा परिस्थितियों के कारण संचार को पूरी तरह बंद करना पड़ा, जिससे इस बयान को जारी करने में देरी हुई।
दमिश्क छोड़ने की वास्तविकता
उन्होंने कहा, मेरे सीरिया छोड़ने को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गई थी, न ही यह लड़ाई के अंतिम घंटों के दौरान हुआ, जैसा कि कुछ लोगों ने दावा किया। इसके विपरीत, मैं 8 दिसंबर 2024 की सुबह तक दमिश्क में था और अपनी ड्यूटी कर रहा था। जब आतंकवादी बलों ने दमिश्क में प्रवेश किया, तो मैं लताकिया चला गया ताकि वहां से रूसी सहयोगियों के साथ युद्ध अभियानों का नेतृत्व कर सकूं।"
मॉस्को जाने का कारण
बशर अल-असद ने यह भी बताया, हमिमीम एयरबेस पर रूसी सैन्य ठिकानों पर तेजी से ड्रोन हमलों के बाद, रूस ने मुझे हवाई मार्ग से मॉस्को ले जाने का फैसला किया।
विद्रोहियों का दमिश्क पर कब्जा
उन्होंने बताया कि 8 दिसंबर 2024 को विद्रोहियों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में प्रवेश किया और सीरिया की आज़ादी की घोषणा कर दी।
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