अमेरिका ने दी ताइवान को 385 मिलियन डॉलर के हथियार बेचने की मंजूरी, चीन ने किया विरोध
चीन के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा ताइवान को 385 मिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री की मंज़ूरी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है
- Published On :
03-Dec-2024
(Updated On : 03-Dec-2024 11:14 am )
अमेरिका ने दी ताइवान को 385 मिलियन डॉलर के हथियार बेचने की मंजूरी, चीन ने किया विरोध
चीन के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा ताइवान को 385 मिलियन अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री की मंज़ूरी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इस बिक्री में प्रमुख रूप से एफ़-16 लड़ाकू विमान और अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं। चीन ने इसे वन चाइना पॉलिसी और अपनी संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन बताया।चीन का कहना है कि ताइवान को हथियारों की बिक्री, खासकर एफ़-16 लड़ाकू विमानों की, ताइवान की स्वतंत्रता की धारणा को बढ़ावा दे सकती है, जो अलगाववादी ताक़तों के लिए गलत संदेश भेजता है। साथ ही यह कदम चीन और अमेरिका के बीच ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को भी खतरे में डाल सकता है। चीन ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका ने ताइवान को हथियार देने का फैसला करके अपनी ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन न करने की प्रतिबद्धता का उल्लंघन किया है।
इसके जवाब में, पेंटागन ने बताया कि इस बिक्री में 320 मिलियन डॉलर का सौदा एफ़-16 लड़ाकू विमानों के स्पेयर पार्ट्स और 65 मिलियन डॉलर का मोबाइल सब्सक्राइबर उपकरण शामिल है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बिक्री को सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने के रूप में देखा है और उम्मीद जताई है कि यह बिक्री जल्द ही प्रभावी हो जाएगी।चीन ने अमेरिका से अपील की है कि वह ताइवान को हथियार देना तुरंत बंद करे और कहा कि वह अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाएगा।
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