दिल्ली में AAP की हार का असर पंजाब पर, मान सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां!
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार का सीधा असर पंजाब की सियासत पर पड़ना तय माना जा रहा है।
- Published On :
10-Feb-2025
(Updated On : 10-Feb-2025 09:22 am )
दिल्ली में AAP की हार का असर पंजाब पर, मान सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां!
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार का सीधा असर पंजाब की सियासत पर पड़ना तय माना जा रहा है।
पंजाब में बदलाव के संकेत, सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां
पंजाब में AAP सरकार को सत्ता में वापसी के लिए अगले दो वर्षों में कई बड़े फैसले लेने होंगे। मुख्यमंत्री भगवंत मान को अब जनता से किए गए अधूरे वादों को प्राथमिकता देनी होगी, जिनमें सबसे बड़ा वादा महिलाओं को हर महीने ₹1000 आर्थिक मदद देना है। तीन साल बाद भी यह योजना अधूरी है, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ रहा है।
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बढ़ते कर्ज का बोझ, वित्तीय संकट सबसे बड़ी चुनौती
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पंजाब पर इस समय ₹3.75 लाख करोड़ का कर्ज है।
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मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी ₹28,000 करोड़ का नया कर्ज लेना पड़ा।
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विकास कार्यों को जारी रखने और "रंगला पंजाब" के सपने को पूरा करने के लिए सरकार को आय के नए स्रोत खोजने होंगे।
केंद्र से संबंध सुधारना होगा, रुके फंड बड़ी समस्या
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पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के बीच तनावपूर्ण संबंध की वजह से ₹10,500 करोड़ का फंड अटका हुआ है।
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केंद्र के साथ रिश्ते सुधारना मान सरकार के लिए सबसे अहम चुनौती होगी।
AAP के संगठन में बदलाव की जरूरत
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पंजाब में AAP के संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है।
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कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के नेतृत्व में हुए नगर निगम चुनावों में AAP को काफी संघर्ष करना पड़ा, जिससे संकेत मिलते हैं कि पार्टी को अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करना होगा।
क्या AAP पंजाब में अपनी पकड़ बचा पाएगी?
AAP सरकार के पास अब सिर्फ दो साल बचे हैं। अगर मान सरकार वित्तीय संकट, केंद्र से संबंध और संगठनात्मक मजबूती पर ध्यान नहीं देती, तो पंजाब में सत्ता वापसी की राह मुश्किल हो सकती है।
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