भारत एआई और हरित ऊर्जा में बनेगा वैश्विक शक्ति: चंद्रबाबू नायडू
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि भारत कृत्रिम मेधा (AI) और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है
- Published On :
04-Feb-2025
(Updated On : 04-Feb-2025 11:20 am )
भारत एआई और हरित ऊर्जा में बनेगा वैश्विक शक्ति: चंद्रबाबू नायडू
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि भारत कृत्रिम मेधा (AI) और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है और वैश्विक आर्थिक वृद्धि में एक प्रमुख चालक के रूप में उभर रहा है।

भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख नायडू ने सोमवार को 16वें वित्त आयोग की बैठक से पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच (WEF) में भारत के विकास पथ को लेकर वैश्विक स्तर पर विशेष रुचि देखी गई। उन्होंने कहा,
"भारत अब वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।"
1995 की आईटी क्रांति से एआई क्रांति तक
नायडू ने 1995 की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्रांति और आज की कृत्रिम मेधा (AI) क्रांति के बीच समानताएं बताते हुए कहा,
"1995 में सूचना प्रौद्योगिकी थी और 2025 में यह कृत्रिम मेधा (AI) है। उस समय मैं आईटी क्रांति का हिस्सा था और आज भी मैं एआई क्रांति का हिस्सा हूं।"
उन्होंने कहा कि एआई अब हर क्षेत्र की जरूरत बन चुका है और इसका व्यापक स्तर पर उपयोग किया जा रहा है।
हरित ऊर्जा और वैश्विक वार्मिंग पर जोर
मुख्यमंत्री नायडू ने हरित ऊर्जा समाधानों और ‘डाउनस्ट्रीम’ उद्योगों के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग को कम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन उत्पादन जैसी पहलें भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और यह दावोस में चर्चा का एक प्रमुख विषय रहा।
आगे क्या?
भारत की एआई और हरित ऊर्जा में बढ़ती भूमिका दर्शाती है कि देश न केवल एक तकनीकी महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। चंद्रबाबू नायडू के अनुसार, इन क्षेत्रों में निवेश और नवाचार से भारत वैश्विक स्तर पर अपनी पकड़ और मजबूत करेगा।
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