नई दिल्ली। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को वापस धरती पर लाने के लिए नासा की टीम अंतरिक्ष में पहुंच गई है। क्रू के सदस्य जैसे ही स्पेस सेंटर पर पहुंचे तो उन्हें अपने सामने देख सुनीता विलियम्स खुशी से झूम उठीं। उन्होंने स्पेशल सेंटर पर आए सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों का गले लगाकर स्वागत किया।
इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन करीब 28 घंटे बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच गया है। आज 16 मार्च को भारतीय समयानुसार सुबह 9:40 बजे इसने डॉकिंग की और 11:05 बजे हैच ओपन हुआ। ये स्पेसक्राफ्ट 9 महीने से स्पेस स्टेशन में फंसी भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को पृथ्वी पर वापस लाएगा। चार मेंबर की क्रू-10 टीम ने फॉल्कन 9 रॉकेट से भारतीय समयानुसार सुबह करीब 4:30 बजे उड़ान भरी थी। केनेडी स्पेस सेंटर से इसे लॉन्च किया गया था। क्रू-10 के स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद अब वहां मौजूद क्रू-9 के एस्ट्रोनॉट निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और अलेक्सांद्र गोरबुनोव ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में पृथ्वी पर लौटेंगे।
उल्लेखनीय है कि 5 जून 2024 को सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरी थी। अंतरिक्ष की उनकी यह यात्रा 8 दिनों की थी। दोनों को 10 दिनों बाद वापस पृथ्वी पर आना था। इस मिशन के दौरान सुनीता और बुच को स्पेस स्टेशन पर 8 दिन में रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर में खराबी के कारण उनकी वापसी टलती गई। नासा ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट के सर्विस मॉड्यूल के थ्रस्टर में एक छोटा सा हीलियम लीक है। 25 दिनों बाद स्पेसक्राफ्ट के कैप्सूल में 5 हीलियम लीक हुए। 5 थ्रस्टर्स काम करना बंद कर चुके थे। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर में आई खराबी को ठीक करने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन इस खराबी को दूर नहीं किया जा सका।
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