शेख हसीना का भावुक खुलासा: "मौत से सिर्फ 20-25 मिनट की दूरी पर थी"
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक ऑडियो संदेश के जरिए कई चौंकाने वाले दावे किए हैं।
- Published On :
19-Jan-2025
(Updated On : 19-Jan-2025 11:12 am )
शेख हसीना का भावुक खुलासा: "मौत से सिर्फ 20-25 मिनट की दूरी पर थी"
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक ऑडियो संदेश के जरिए कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद उनकी और उनकी बहन शेख रेहाना की हत्या की साजिश रची गई थी।
शेख हसीना ने अपनी पार्टी, बांग्लादेश अवामी लीग के फेसबुक पेज पर साझा संदेश में बताया, "हम केवल 20-25 मिनट के अंतर से मौत से बच गए।" यह घटना 5 अगस्त 2024 की है, जब उग्र विरोध प्रदर्शन और बढ़ते जन आक्रोश के कारण शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत जाना पड़ा।
आरक्षण विवाद और सरकार का पतन
यह विवाद तब शुरू हुआ, जब छात्र सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। 1971 की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के लिए 30% नौकरियां आरक्षित थीं, जिसे समाप्त करने की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि 600 से अधिक लोगों की मौत के बाद शेख हसीना को पद छोड़ना पड़ा।
"अल्लाह की दया से मैं बची हूं"
शेख हसीना ने कहा, "21 अगस्त 2004 का ग्रेनेड हमला हो, कोटालीपारा बम विस्फोट हो, या 5 अगस्त 2024 का हादसा, अल्लाह की दया से मैं बची हूं। अल्लाह चाहता है कि मैं कुछ और करूं।"
उन्होंने 2004 के ढाका ग्रेनेड हमले और 2000 के कोटालीपारा बम विस्फोट की घटनाओं का उल्लेख किया, जिनमें उनकी जान बाल-बाल बची। उन्होंने कहा, "मेरा देश छिन गया, मेरा घर छिन गया, सब कुछ तबाह हो गया। लेकिन मैं जिंदा हूं, यह अल्लाह की इच्छा है।
नोबेल विजेता यूनुस की अंतरिम सरकार
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। इसके बावजूद देश में अस्थिरता और तनाव का माहौल बरकरार है।
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