इंदौर। वास्तु शास्त्र के अनुसार देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने में घर की झाड़ू का भी बहुत महत्व है। आप अगर धन प्राप्ति करना चाहते हैं, तो वास्तु से जुड़े झाड़ू के नियमों का पालन भी जरूर करना चाहिए। जिस तरह किताब को पैर मारना मां सरस्वती का अपमान माना जाता है, उसी तरह झाड़ू का निरादर मां लक्ष्मी का अनादर माना जाता है। जिस प्रकार किताब को पैर मारने से विद्या या मां सरस्वती का अनादर होता है वैसे ही झाड़ू के अनादर करने से मां लक्ष्मी का अनादर होता है, इसलिए ही झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है। अगर गलती से झाड़ू को पैर लग जाए, तो इसे अनदेखा करने की जगह पर झाड़ू को हाथ लगाकर माथे पर लगाकर माफी मांगनी चाहिए।
झाड़ू सिर्फ सफाई का प्रतीक नहीं है, बल्कि मां लक्ष्मी का ही रूप मानी जाती है। यह मान्यता है कि झाड़ू का अनादर मां लक्ष्मी का अनादर करने जैसा है क्योंकि जहां सफाई होती है, वहीं धन और समृद्धि का वास होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह, जो धन और संपत्ति से जुड़ा है, झाड़ू का सम्बध उससे भी माना जाता है। झाड़ू को हमेशा घर में छुपाकर रखना चाहिए। माना जाता है कि जिस घर में झाड़ू हमेशा घर के सामने पड़ी रहती है, वहां लक्ष्मी जी का निवास नहीं होता है। घर में झाडू को छुपा कर रखना चाहिए, ऐसी जगह जहां बाहर से आने वाले लोगों की नजर न पड़े।
झाडू को खड़ा करके भी नहीं रखना चाहिए। जैसे लक्ष्मी जी का मान किया जाता है, ठीक वैसे ही झाडू को भी उनका ही रूप मानकर मान देना चाहिए। जो लोग झाडू का अपमान करत हैं, उनके घर में लक्ष्मी जी अधिक नहीं ठहरती हैं। झाड़ू को हमेशा घर में लिटाकर ही रखना चाहिए। आप अगर धन लक्ष्मी को खुश करना चाहते हैं, तो झाड़ू को घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। घर की पश्चिम दिशा को भाग्यलक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है इसलिए आपको दक्षिण-पश्चिम या फिर पश्चिम दिशा में ही झाड़ू रखनी चाहिए। इससे लक्ष्मी जी की कृपा आप पर बनी रहती है।
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