समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में सूरजपाल ने कहा, दो जुलाई की घटना से मुझे बहुत दुख हुआ है लेकिन होनी को कौन टाल सकता था. जो भी आया है, उसे कभी न कभी तो जाना ही है.सूरजपाल ने कहा, हमारे वकील डॉक्टर एपी सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने ज़हरीले स्प्रे के बारे में बताया है. ये सच है कि कुछ साज़िश रची गई थी. हमें एसआईटी और न्यायिक आयोग पर भरोसा है कि सच सामने आ जाएगा.
हाथरस में दो जुलाई को ‘भोले बाबा’ के सत्संग में भगदड़ मची थी, जिसमें 121 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर संख्या महिलाओं की थी.कथावाचक सूरजपाल जाटव को लोग भोले बाबा और विश्व हरि के नाम से भी जानते हैं. उन्होंने पुलिस कॉन्स्टेबल की नौकरी छोड़कर सत्संग शुरू किए थे. उनके भक्तों की संख्या लाखों में बताई जाती है.
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