प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार देर रात भगदड़ मचने से 17 लोगों की मौत हो गई, वहीं 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हालांकि अभी प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। बताया जाता है कि भीड़ का दबाव बढ़ने से यह हादसा हुआ। यूपी के सीएम योगी ने कहा कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।
बताया जा रहा है कि अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर में भी श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए शहर की सीमा से सटे जिलों में प्रशासन को मुस्तैद कर दिया गया है।
करीब 5 करोड़ लोगों का अनुमान
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
भगदड़ के बाद अपनों को ढूंढते रहे लोग
भगदड़ के बाद वहां भयावह मंजर था। हर ओर लोगों का सामान, कपड़े, जूते-चप्पल बिखरे हुए थे। जमीन पर घायल लेटे थे और लाशों के पास बिलखते परिजन थे। कुछ अपनों को ढूंढ रहे थे, उनकी भी आंखों में आंसू थे। कुछ लोग अपनों के शव का हाथ नहीं छोड़ रहे थे, उन्हें डर था कि कहीं बॉडी खो न जाए। मौके से सामने आए वीडियो के अनुसार कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है। महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर विशेष कार्यकारी अधिकारी आकांक्षा राणा ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संगम के रास्तों पर कुछ बैरियर टूटने की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। सभी घायलों का इलाज चल रहा है।
सीएम योगी ने संगम तट पर न आने की अपील की
महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।
भारी भीड़ के चलते अखाड़ों ने स्नान रोका
मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान को भारी भीड़ के चलते शैव अखाड़ों ने रोक दिया है। महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के साधु संत एवं नागा संन्यासी स्नान को नहीं निकले। हजारों की संख्या में नागा संन्यासी छावनी में ही मौजूद हैं।
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