लखनऊ। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल महाकुंभ को मृत्युकुंभ बताया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ममता के बयान को सही बताया है। अखिलेश ने कहा कि इसी कुंभ में सबसे ज्यादा गुमशुदगी के मामले सामने आए, इसी कुंभ में सबसे ज्यादा मौतें हुईं, इसी कुंभ में सबसे ज्यादा लोग बीमार हुए।
अखिलेश यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सही कहा। उनके राज्य के लोगों की भी जान गई है, बंगाल और दूसरे राज्यों से आए लोगों की बड़ी संख्या में मौत हुई है। एफआईआर भी दर्ज नहीं हो रही है। महाकुंभ का आयोजन क्यों किया गया? सदियों से श्रद्धालु आते रहे हैं, कुंभ तो प्राचीन काल से चला आ रहा है। व्यवस्थाएं बनाने की जिम्मेदारी किसकी थी? जब सीएम ने कहा कि 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की गई है, तो लोगों का भरोसा बढ़ा। जब उन्होंने मशहूर हस्तियों और अन्य नामचीन हस्तियों को बुलाया, तो लोगों को भरोसा हुआ कि व्यवस्थाएं अच्छी होंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा जनता की भावनाओं का फायदा उठा रही है, इसी कुंभ में सबसे ज्यादा गुमशुदगी के मामले सामने आए, इसी कुंभ में सबसे ज्यादा मौतें हुईं, इसी कुंभ में सबसे ज्यादा लोग बीमार हुए। अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ में महाघपला हुआ है, उसे छिपाने के लिए मुख्यमंत्री की भाषा बिगड़ी है। साधु संत सच बोलते हैं लेकिन, महाकुंभ में लाखों लाख का घोटाला छिपाने के लिए लगातार झूठ बोला जा रहा है। मुख्यमंत्री के भाव में शिष्टाचार नहीं था, क्योंकि वह लगातार भंजन व भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
सीएम को जल की गुणवत्ता की थी जानकारी
एनजीटी की रिपोर्ट है कि प्रयागराज में संगम पर जल की गुणवत्ता बेहद खराब है, नाले गंगा में गिर रहे हैं, स्नान करने वाले लोग बीमार हो रहे हैं। यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को जल की गुणवत्ता पता थी, इसीलिए उन्होंने कपड़े पहनकर स्नान किया, ताकि बैक्टीरिया उनके शरीर में न जाएं, जबकि बैक्टीरिया कपड़ों से नहीं रुकता। अखिलेश यादव ने कहा कि जो अपने आप को साधकर चले वो साधु है, क्या आपको लगता है मुख्यमंत्री साध कर चल रहे हैं अपने आप को?
क्या कहा था ममता बनर्जी ने
पश्चिम बंगाल विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पवित्र 'गंगा मां' और महाकुंभ के महत्व के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया, लेकिन अपर्याप्त व्यवस्थाओं के लिए आयोजकों की कड़ी आलोचना की। अपने बयान में ममता बनर्जी ने कहा, ‘ये मृत्यु कुंभ है। मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन कोई योजना नहीं है, कितने लोग बरामद किए गए हैं? अमीरों और गरीबों के लिए किए गए इंतजामों में असमानता का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अमीरों, वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपये तक के कैंप (टेंट) की व्यवस्था उपलब्ध है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है।
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