नई दिल्ली। एआई के आने के बाद से दुनियाभर में टेक्नोलॉजी को लेकर एक नई क्रांति देखी जा रही है। जहां यूजर्स की जरूरत के लिए टेक कंपनियों ने फोन्स से लेकर लैपटॉप तक में एआई का फीचर डाल दिया है। इसकी वजह से आने वाले समय में लोग आसानी से अपने गैजेट्स में एआई का यूज कर सकेंगे। वैसे देखा जाए तो एआई की विश्वसनीयता को लेकर लोगों के अंदर अभी कई तरह के सवाल हैं, जैसे इसका इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को कितने पैसे खर्च करने पड़ेंगे या फिर इसको यूज करने में यूजर्स का डेटा कितना सुरक्षित रहेगा।
अगर आप चाहते हैं कि एआई और भी अच्छे से काम करे तो इसके लिए आपको अपना डेटा उनके साथ शेयर करना होगा। जिसकी मदद से वो आपके काम को ऑटोमेटिक तरीके से करने में सक्षम हो जाएगा। वैसे तो यूजर्स का डेटा कंपनी के पास पहले से रहता है, लेकिन अब आपको और भी डेटा एआई के साथ शेयर करना पड़ेगा।
कई कंपनियों की रहेगी नजर
अगर हम बड़ी टेक कंपनियों की बात करें तो ये सभी यूजर्स के डेटा और कॉल को सुनेंगे, ताकि एआई उसका इस्तेमाल करके मदद कर सके। जहां गूगल यूजर्स को स्पैम कॉल से बचाने के लिए नया फीचर लेकर आया है। इसमें स्केम कॉल आने पर ये फीचर अलर्ट करेगा पर इसके लिए आपको गूगल को सभी कॉल्स का एक्सेस देना होगा। वहीं माइक्रोसॉफ्ट Recall नाम से एक फीचर लेकर आया है जोयूजर के नोटपैड से लेकर सोशल मीडिया तक का स्क्रीनशॉट लेगा ताकि भविष्य में काम करने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा एप्पल का एप्पल इंटेलिजेंस लोगों के डेटा को स्टोर करेगा ताकि भविष्य में काम आने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। अब देखना ये होगा कि लोग इन एआई फीचर्स का कितना इस्तेमाल करते हैं, वो भी अपने डेटा को शेयर कर के।
Leave Comments