दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन का असर अब तेजी से दिखने लगा है। यूरोप की जलवायु परिवर्तन एजेंसी कॉपरनिकस ने एक डराने वाला अनुमान जारी किया है
UNICEF ने कहा है कि 2025 तक दक्षिण एशिया में जलवायु संबंधी आपदाओं, स्वास्थ्य संकटों, और आर्थिक झटकों के कारण लगभग 4 करोड़ 70 लाख बच्चों को मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी
विश्व स्वास्थ्य संगठन की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि भारत में लगभग हर कोई अब जलवायु परिवर्तन के खतरों से प्रभावित है