इंदौर। आप भी भला सोच रहे होंगे कि पानी पीने का भी कोई तरीका होता है। पानी तो पानी है, चाहे जैसे पी लो, लेकिन ऐस नहीं है। अगर आप घर में हैं तो डाइनिंग टेबल पर खाना खाते समय आप बैठकर पानी पीते होंगे, लेकिन बाहर अधिकांश लोग खड़े होकर ही पानी पीते हैं। जब से बोतलबंद पानी का चलन बढ़ा है, खड़े होकर पानी पीना लोगों की आदत बन गई है। राह चलते भी लोग खड़े-खड़े पानी पी लेते हैं। किसी फंक्शन में खाना खाने जाएं तो वहां भी लोग खड़े होकर ही पानी पीते मिल जाएंगे। आज हम आपको यहां खड़े होकर पानी पीने के कुछ नुकसान बता रहे हैं।
जानकारों के अनुसार बैठकर पानी पीने से पाचन प्रक्रिया मजबूत होती है। अगर आप धीरे-धीरे घूंट भरकर पानी पीते हैं तो और भी फायदेमंद होता है। गटागट पानी पीने से यह शरीर तक ठीक ढंग से नहीं पहुंचता। जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह सीधे पेट में पहुंचता है, जिससे पाचन सिस्टम पर दबाव पड़ता है। इससे खाना पचने में दिक्कत हो सकती है। इसके कारण पैट में गैस भी बन सकता है और अपच की समस्या हो सकती है। कभी-कभी पेट में जलन का कारण भी यही होता है। विशेषज्ञों का तो मानना है कि खड़े होकर पानी पीने से आपकी प्यास भी नहीं बुझती और बार-बार मन करता है कि और पानी पी लें। खड़े होकर पानी पीने से किडनी पर भी असर पड़ सकता है। खड़े होकर पानी पीने वाले लोगों को अर्थराइटिस का खतरा भी बना रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार खड़े होकर पानी पीने से नसों में तनाव आ जाता है और शरीर में फ्लूइड बैलेंस बिगड़ जाता है। इसी के कारण जोड़ों में दर्द होता है। खड़े होकर पानी पीने से ऑक्सीजन लेवल पर भी असर पड़ता है। इससे आपके फेफड़ों और दिल पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए बैठकर आराम से पानी पीने की कोशिश करें।
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