इंदौर। किसी भी हिन्दू के घर में तुलसी का पौधा अनिवार्य रूप से होता ही है। चाहे वह आंगन में हो या बालकनी के किसी गमले में। हर पूजा में तुलसी के पत्ते काम आते हैं, लेकिन कई तरह की बीमारियों में भी इनका इस्तेमाल होता है। तुलसी के पत्ते कई तरह के विटामिन, फाइबर और मिनरल से भरपूर होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हैं। इतना ही नहीं, आयुर्वेद में भी तुलसी का इस्तेमाल दवा की तरह किया जाता आया है।
लगातार खाएं तो दूर रहेंगी बीमारियां
तुलसी के पत्ते खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। इसमें फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है, जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्या नहीं होती। साथ ही, ये पेट का पीएच लेवल भी संतुलित रखता है, जिससे एसिडिटी जैसी परेशानियां नहीं होतीं। तुलसी के पत्तों में एंटी-माइक्रोबल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसलिए तुलसी के पत्ते खाने से इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है और आप कम बीमार पड़ते हैं।
सर्दी-खांसी की अचूक दवा
खांसी-जुकाम होने पर तुलसी के पत्ते खाने से जल्दी आराम मिलता है। ऐसा इसमें पाए जाने वाले एंटी-माइक्रोबियल गुणों की वजह से होता है। इसलिए बदलते मौसम में तो तुलसी के पत्तों को रोज खाना चाहिए। आजकल की लाइफस्टाइल में हमें सबसे ज्यादा जरूरत तनाव मुक्त रहने की है। तुलसी के पत्ते खाने से तनाव कम करने में मदद मिल सकती है। दरअसल, इसमें एडेप्टोजेन पाए जाते हैं, जो तनाव कम करने में मदद करते हैं। इससे नर्वस सिस्टम रिलैक्स होता है, जिसके कारण बेचैनी और तनाव कम होते हैं।
शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद
तुलसी के पत्ते पैनक्रियाज के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इसलिए इन्हें खाने से इंसुलिन बनाने में मदद मिलती है, जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए जरूरी है। इसलिए तुलसी के पत्ते खाने से ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल होता है। तुलसी के पत्ते खाने से आपके मुंह की बदबू कम होती है।
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