नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहलवान विनेश फोगाट और बजंरग पूनिया कांग्रेस से मैदान में उतर सकते हैं। राहुल गांधी से दोनों की मुलाकात के बाद अटकलें तेज हो गई हैं। दोनों ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। विनेश के ओलंपिक पदक से वंचित होने पर भी भाजपा पर आरोप लगे थे। कांग्रेस हरियाणा चुनाव में इसका फायदा उठाना चाहती है।
उल्लेखनीय है विनेश और बजरंग ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की है। इससे दोनों के चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं। राहुल से मिलने के बाद वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले। उनकी करीब 20 मिनट तक उनसे बातचीत हुई है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी विनेश को 3 और बजरंग को 2 सीटों से चुनाव लड़ने का ऑप्शन दे चुकी है। कहा जा रहा है कि विनेश अपने ससुराल जींद के जुलाना और बजरंग झज्जर के बादली से चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा के खिलाफ बनाएंगे माहौल
कांग्रेस दोनों को विधानसभा चुनाव में उतारकर पहलवान आंदोलन को भाजपा के खिलाफ भुनाने की कोशिश कर रही है। साल 2023 से चल रहे भारतीय पहलवानों के विरोध का कारण भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह थे। पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए लंबे संबे तक प्रोटेस्ट किया था। इस समय से ही पहलवानों की बीजेपी से नाराजगी साफ नजर आ रही थी।
हुड्डा ने किया था विनेश का स्वागत
पेरिस ओलिंपिक गेम्स में बड़ी निराशा हाथ लगने के बाद जब पहलवान विनेश फोगाट देश वापस आईं तो हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट जाकर रिसीव किया। इसके बाद उनके गांव तक रोड शो में भी साथ दिया। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर बलाली पहुंचने तक विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ दीपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कई कांग्रेसी नेता रहे। विनेश फोगाट ने बीते शनिवार किसान आंदोलन के 200 दिन पूरे होने पर किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचीं थीं। उनकी लगातार सक्रियता भी इस बात का संकेत दे रही है कि वे चुनाव लड़ना चाहती हैं। बजरंग पूनिया के चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस को पॉजिटिव संकेत मिले हैं, लेकिन बात विनेश पर टिकी हुई है। जल्द ही कांग्रेस इस बारे में फैसला करेगी।
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