Home / Politics

थरूर की किताब के बहाने ठाकुर ने कांग्रेस पर साधा निशाना, चक्रव्यूह पर खूब घिरे राहुल गांधी

शशि थरूर की किताब का जिक्र कर कांग्रेस को कौरव तक बता दिया

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष को घेरने के लिए पौराणिक ग्रंथ महाभारत के कुरुक्षेत्र प्रकरण का जिक्र किया। राहुल ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को घेरने के लिए चक्रव्यूह के रूपकों का उपयोग किया। इसके जवाब में अगले दिन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर की पुस्तक का सहारा लेकर राहुल गांधी पर खूब निशाने साधे। ठाकुर ने थरूर की अंग्रेजी में लिखा उपन्यास- ग्रेट इंडियन नॉवेल में कही गईं कुछ बातों को पढ़कर सुनाया और कहा कि थरूर ने अपने इस उपन्यास में आधुनिक युग के कौरव के रूप में जिसकी तरफ इशारा किया, वो कांग्रेस पार्टी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पढ़ते नहीं हैं, इस कारण वो नहीं जानते कि उनके ही सांसद शशि थरूर ने कांग्रेस पार्टी और राहुल के पूर्वजों के बारे में क्या-क्या लिखा है। ठाकुर ने कहा कि राहुल ने संविधान की वह प्रति भी नहीं पढ़ी है, जिसे लेकर वो इन दिनों घूम रहे हैं। उसकी भूमिका में भी कांग्रेस पार्टी और राहुल के पूर्वजों की घोर आलोचना की गई है।

थरूर के उपन्यास से खूब किया हमला

अनुराग ठाकुर ने थरूर के उपन्यास के तीन अलग-अलग पृष्ठों का उल्लेख किया। उन्होंने पेज नंबर 245 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के नाना जवाहर लाल नेहरू की तरफ इशारा करते हुए उन्हें धृतराष्ट्र बताया। ठाकुर ने उपन्यास का कथन सदन में पढ़कर सुनाया, 'भारत, जिसका नेतृत्व धृतराष्ट्र ने 15 अगस्त, 1947 को संभाला, नए जन्म की दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरा ही था, वह फिर से इस अंतहीन चक्र में फंस गया।' ठाकुर ने कहा कि 15 अगस्त, 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी तो नहीं थे और यह कह रहे कि जिन्होंने 15 अगस्त, 1947 को सत्ता ली थी वो धृतराष्ट्र थे। तो धृतराष्ट्र किसको कहा गया?

कौरवों ने भी आपातकाल नहीं लगाया था: अनुराग

ठाकुर ने फिर उपन्यास के पेज नंबर 366 का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल में प्रेस की स्वतंत्रता छीन ली गई, मौलिक अधिकार को खत्म किया गया, अभिव्यक्ति की आजादी खत्म की गई। उन्होंने कहा कि दु:शासन और दुर्योधन दोनों बहुत ही दुष्ट, दुश्मन और बदमाश हो सकते थे लेकिन उन्होंने भी कभी इमरजेंसी नहीं लगाई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूरे उपन्यास में में 74 बार कौरव और कौरव की पार्टी की चर्चा हुई, हरेक में कांग्रेस का चरित्र झलकता है राहुल जी राहुल जी सदन में हजारों साल पूर्व महाभारत की कहानी सुना रहे थे मगर उनकी अपनी पार्टी के पढ़े-लिखे एक विद्वान पूर्व मंत्री और सांसद आज के महाभारत की कहानी लिखते हुए बताते हैं कि कौन कौरव था, कौन शकुनी था, कौन धृतराष्ट्र था, कौन दु:शासन था, कौन दुर्योधन था कौन कर्ण था। जरूर पढ़िए सबके किरदार उसी में मिलने वाले हैं।

You can share this post!

जब राज्य सभा में 'जया अमिताभ बच्चन' नाम से बुलाने पर भड़कीं जया बच्चन, उपसभापति को आड़े हाथों लिया

सबकुछ पता होते हुए भी आपको क्यों नहीं बचा रहे पटवारी, चड्‌ढा ने कहा-उनकी भी कोई मजबूरियां होंगी

Leave Comments