नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का दलित प्रेम जाग गया है। महाराष्ट्र चुनाव में वे नहीं चाहते कि दलित वोट उनके हाथ से खिसके। आज वाल्मीकि जयंती के दिन राहुल वाल्मीकि मंदिर पहुंच गए। वहां पूजा-अर्चना कर प्रसाद ग्रहण किया।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में इस बार भाजपा को ओबीसी और दलित का अच्छा साथ मिला है। कांग्रेस सिर्फ जाटवाद चलाने में काफी कुछ गंवा बैठी। कांग्रेस को हरियाणा की समीक्षा के दौरान हार के कारणों में से एक कारण दलित मतदाताओं की नाराजगी भी पता चली है। अब जबकि महाराष्ट्र में चुनाव का ऐलान हो चुका है और वहां बिना दलित वोट किसी भी पार्टी का भला नहीं हो सकता, ऐसे में कांग्रेस भी खुद को संभालने की कोशिश कर रही है।
सभी दल साध रहे हैं निशाना
महाराष्ट्र के साथ झारखंड में भी चुनाव है। ऐसे में सभी दलों ने दलित वोटों पर अपनी नजर टिका दी है, क्योंकि दोनों ही राज्यों में दलित वोट निर्णायक साबित होंगे। वाल्मिकी जयंती के दिन ही जानबूझकर भाजपा ने हरियाणा में शपथ ग्रहण समारोह रखा। इतना ही नहीं शपथ से पहले नायब सिंह सैनी भी वाल्मिकी मंदिर पहुंच गए थे। ऐसे में राहुल गांधी कैसे पीछे रहते। उन्होंने अपने निवास पर सुबह वाल्मिकी समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की। इसके बाद वाल्मिकी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की।
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