हैदराबाद। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजने के मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है। उन्होंने शायराना अंदाज में निशाने साधते हुए कहा कि किसी शायर ने कहा है कि इसने हमारे जख्म का कुछ यूं किया इलाज, मरहम भी गर लगाया तो कांटों की नोक से।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा भाजपा, संघ परिवार और पूरे देश में उनके संगठन कोर्ट जा रहे हैं कि यहां-वहां खुदाई होनी चाहिए। वे कह रहे हैं कि यह मस्जिद नहीं है, वह दरगाह नहीं है, ये कब्रिस्तान नहीं हैं। अगर प्रधानमंत्री चाहें तो यह सब बंद हो जाएगा। पिछले 10 सालों से भाजपा की सरकार है और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं। आप देख रहे हैं कि 7 से ज्यादा मस्जिदें और दरगाहें उत्तर प्रदेश से हैं, जहां भाजपा सत्ता में है और जहां से प्रधानमंत्री सांसद हैं।
सिर्फ चादर भेजने से कुछ नहीं होनेवाला
ओवैसी ने कहा कि चादर भेजने से कुछ नहीं होने वाला है। चादर तो हर कोई भेजता रहेगा, लेकिन चादर भेजने के पीछे सरकार जो पैगाम देती है वो ये होती है कि हम सिर्फ चादर नहीं भिजवा रहे हैं बल्कि उस समुदाय को, जो इन सब चीजों पर आस्था रखती है, उसे हम मानते हैं। आप चादर तो भिजवा रहे हैं, लेकिन आप ही के चाहने वाले कोर्ट जा रहे हैं कि ख्वाजा अजमेरी की दरगाह, दरगाह नहीं है। इस चीज को रोकने की जरूरत है। सरकार का असली काम है कि इन पर रोक लगाए कि लोग ये सब तमाशा क्यों कर रहे हैं। औवेसी ने कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर बीजेपी का कोई स्टैंड नहीं है। उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के हाथों चादर भेजी थी। इसे शनिवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 'उर्स' पर अजमेर दरगाह पर पेश किया गया।
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