नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बाबा साहब से कांग्रेस चिढ़ती थी। कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था। कांग्रेस के मॉडल में फेमिली फर्स्ट ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण प्रेरणादायक और प्रभावी था तथा उन्होंने हम सभी को आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाया। पीएम मोदी ने कहा कि आदरणीय राष्ट्रपति जी ने भारत की उपलब्धियों के बारे में, दुनिया की भारत से अपेक्षाओं के बारे में और भारत के सामान्य मानवी का आत्मविश्वास, विकसित भारत का संकल्प जैसे सभी विषयों की विस्तार से चर्चा की थी। देश को आगे की दिशा भी उन्होंने दिखाई है।
हमारे विकास के मॉडल में नेशन फर्स्ट
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में जब जब आरक्षण का विषय आया तो, उसको स्वस्थ तरीके से करने का काम कभी नहीं हुआ। एक दूसरे के खिलाफ दुश्मनी और तनाव पैदा करने के प्रयास हुए। पहली बार हमारी सरकार ने एक ऐसा मॉडल दिया और सबका साथ सबका विकास के मंत्र की प्रेरणा से दिया कि सामान्य वर्ग के गरीब को 10 पर्सेंट आरक्षण दिया, बिना किसी का छीनकर और बिना तनाव के। एससी,एसटी और ओबीसी समुदाय ने इसका स्वागत किया। हमारी सरकार ने एससी और एसटी एक्ट को मजबूत बनाकर दलित और आदिवासी समाज के सम्मान और सुरक्षा के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई है। देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल का परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारे विकास के मॉडल को एक शब्द में अगर कहना है तो मैं कहूंगा नेशन फर्स्ट।
सबका विकास कांग्रेस को सूट नहीं करता
पीएम मोदी ने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे सबका साथ, सबका विकास की अपेक्षा करना मैं समझता हूं, बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। यह उनकी सोच और समझ के बाहर है और उनके रोडमैप में भी यह सूट नहीं करता है, क्योंकि इतना बड़ा दल परिवार को समर्पित हो गया है। उसके लिए सबका साथ, सबका विश्वास संभव ही नहीं है।
कांग्रेस के राज में हर चीज में तुष्टिकरण
पहले के मॉडल में खासकर कांग्रेस के कालखंड में तुष्टीकरण हर चीज में होता था। यही उनके लिए एक प्रकार से राजनीति की औषधि बन गई थी. स्वार्थनीति, राजनीति, देशनीति सबका एक घोटाला करके रखा था। तरीका यह होता था कि छोटे तबके को कुछ दे देना और बाकियों को तरसा कर रखना। जब चुनाव आए, तब यह कहना कि देखो उनको मिला है, आपको भी मिल जाएगा। इस प्रकार से झुनझुना बांटा जाता था। चुनाव के समय वोट की खेती होते रहे, यही काम चलता रहता था।
जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास
पीएम मोदी ने कहा कि आज जातिवाद का जहर फैलाने के लिए भरपूर प्रयास हो रहा है। तीन-तीन दशक तक दोनों सदन के ओबीसी एमपी और सभी दलों के ओबीसी एमपी, सरकारों से मांग करते रहे कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए, लेकिन ठुकरा दिया गया। इनकार किया गया,
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