Home / Politics

पूरे देश में बदनाम होने के बाद अब ममता की जागी 'ममता', पीएम मोदी को पत्र लिखकर की सख्त कानून बनाने की मांग

सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक ने लगाई है पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार

कोलकाता। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस से पूरे देश में मचे बवाल और पश्चिम बंगाल सरकार की बदनामी के बाद अब ममता बनर्जी भी अपने बचाव में उतर रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर रेप के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की है। सीएम ममता बनर्जी पीएम को लिखी चिट्ठी में तीन मांगें की हैं। पहली मांग- ऐसे जघन्य और क्रूर अपराधों को रोकने के लिए सख्त कानून की जरूरत है। दूसरी मांग- फास्ट ट्रैक कोर्ट को जल्द सुनवाई करनी चाहिए. तीसरी मांग- 15 दिन के अंदर ट्रायल पूरा करना होगा। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंद्योपाध्याय ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बनर्जी ने अपनी चिट्‌ठी में है कि देश भर में बलात्कार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कई मामलों में बलात्कार के साथ हत्या भी की जाती है। यह देखना भयावह है कि देश भर में प्रतिदिन लगभग 90 बलात्कार के मामले होते हैं। इससे समाज और राष्ट्र का विश्वास और विवेक डगमगाता है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम इसे समाप्त करें ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें।

ममता ने लिखा है कि ऐसे गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को कठोर केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है। ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान हो। ऐसे मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए फास्ट-ट्रैक की स्थापना पर भी प्रस्तावित कानून में विचार किया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि कलकत्ता हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार को जमकर फटकार लगाई है। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने इस की जांच भी शुरू कर दी है। लगातार बदनामी होने के बाद इस मामले पर अब तक राजनीति  करती आई ममता अब गंभीर दिखने की कोशिश कर रही हैं।

 

You can share this post!

विनेश फोगाट का राजनीतिक वजन तौल रही है कांग्रेस, अगर कांटा झुका मिला तो विधानसभा चुनाव में होगी भुनाने की कोशिश

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के गठबंधन पर शाह का राहुल पर तंज, आरक्षण के बहाने पूछ लिए 10 सवाल

Leave Comments