नई दिल्ली। पूर्व सांसद और शिरोमणी अकाली दल के नेता और सिमरनजीत सिंह मान को हरियाणा राज्य महिला आयोग ने समन भेजा है। कुछ दिन पहले कंगना ने किसान आंदोलन में रेप की बात कही थी। जब सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया कि कंगना के बयान पर वह क्या कहना चाहते हैं मान ने कहा है कि कंगना रनोत को रेप का बहुत तजुर्बा है, उनसे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है?
शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान ने सवाल के जवाब में कहा कि मैं यह नहीं कहना चाहता लेकिन (कंगना) रनौत को बलात्कार का बहुत अनुभव है। आप उनसे पूछ सकते हैं कि बलात्कार कैसे होता है ताकि लोगों को समझाया जा सके कि बलात्कार कैसे होता है? कंगना रनौत ने हाल ही में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व (बीजेपी और केंद्र सरकार) मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। कंगना ने आगे कहा था कि किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। कंगना रनौत के इस बयान पर सियासत गरमाई हुई है।
कंगना को नड्डा ने फिर किया तलब
क्या कंगना रनौत बीजेपी की परेशानी बढ़ाती जा रही हैं? कंगना रनौत को गुरुवार को फिर से बीजेपी ने तलब किया! उन्होंने पार्टी अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। किसान आंदोलन के खिलाफ उनकी विवादित टिप्पणी के बाद यह दूसरी बार है जब उन्होंने उनसे मुलाक़ात की। बीजेपी की ओर से यह नहीं कहा गया है कि बैठक में क्या हुआ। किसान आंदोलन पर कंगना के बयान के बाद से बीजेपी की आलोचना हो रही है। हरियाणा चुनाव से ऐन पहले आए कंगना के बयान से बीजेपी ने न सिर्फ़ खुद को अलग किया, बल्कि उनको चेतावनी भी जारी की थी। इसके बावजूद वह लगातार मीडिया को इंटरव्यू दे रही हैं और उनके बयान पर विवाद भी हो रहा है। ताज़ा बयान जाति जनगणना को लेकर दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि वह जाति जनगणना के ख़िलाफ़ हैं। जबकि बीजेपी ने ऐसी साफ़ राय कभी जाहिर नहीं की है।
हरियाणा चुनाव में नुकसान का डर
इन दिनों हरियाणा में विधानसभ चुनाव की तैयारी चल रही है। कंगना की टिप्पणी भाजपा के लिए ऐसे समय में आई है, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव कुछ ही हफ्ते दूर हैं। उनकी टिप्पणी से बीजेपी के ख़िलाफ़ किसानों का ग़ुस्सा और भड़क सकता है। कंगना के इस बयान की विपक्षी दलों ने तो आलोचना की ही, बीजेपी के नेता भी इससे नाराज़ हैं। पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता हरजीत ग्रेवाल ने कंगना को भड़काऊ बयान देने से बचने की सलाह दी। ग्रेवाल ने कहा, 'किसानों पर बोलना कंगना का काम नहीं है, कंगना का बयान निजी है। पीएम मोदी और भाजपा किसानों के हितैषी हैं।'
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