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वीडी शर्मा की तरफ से चैलेंज आया है दिग्विजय जी, स्वीकार कीजिए नहीं तो बोलने के पहले कम से कम एक बार सोचिए

शर्मा ने जवाब देते हुए दिग्गी के 'पौरुषत्व' को भी किया चैलैंज

भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज भोपाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को नपुसंक कहा था। उनके बयान पर पलटवार करते वीडी शर्मा ने कहा कि मैं एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देने की कांग्रेस की मंशा का विरोध करता हूं, तो मुझे ऐसी नपुंसकता मंजूर है। लेकिन, मैं उनके पौरुषत्व को चुनौती देता हूं कि वे अपनी मंशा पूरी करके दिखाएं।

उल्लेखनीय है कि दिग्विजय सिंह शनिवार को भोपाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुछ ज्यादा ही बोल गए। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया था कि वीडी शर्मा ने आरोप लगाया है कि आपके आतंकियों से संबंध है। जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि वीडी शर्मा मुझे आतंकियों का हिमायती मानते हैं, तो उनकी नपुंसकता पर मुझे निराशा होती है। ट्रिपल इंजन सरकार होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करते।

शर्मा बोले-ऐसी मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण

इसका जवाब देते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि मैं ऐसा मानता हूं कि इस प्रकार के शब्दों का उपयोग करना उनके जैसे वरिष्ठ के लिए ठीक नहीं है। शर्मा ने कहा कि आपसे एक बात कहना चाहता हूं, जो आपने कहा उसके आधार पर अगर आप हमारे जनजाति और अनुसूचित जाति के भाई बहनों का हक छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं तो मुझे यह नपुंसकता स्वीकार है। दलित-आदिवासी भाइयों का हक मुसलमान को देने के लिए आपका जो प्रयास है, मैं आपके उस पौरुषत्व को भी चैलेंज करता हूं। आपकी मानसिकता दुर्भाग्यपूर्ण है। आपके जैसे हल्के शब्दों का इस्तेमाल मैं नहीं कर सकता।

बयानों के ऑक्सीजन पर दिग्गी की राजनीति

दिग्विजय सिंह अपने बयानों से राजनीति करने में माहिर है। ऐसे बयान देकर चर्चा में आने की कला उन्हें आती है। निश्चित तौर पर वीडी शर्मा के पलटवार पर भी उनका वार आएगा। हर बार ऐसा ही होता है। हो सकता है नहीं भी आए, लेकिन दिग्विजय सिंह को सोचना चाहिए कि सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे बयान कब तक उनको राजनीतिक ऑक्सीजन देते रहेंगे।

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