संविधान गौरव अभियान: नड्डा का कांग्रेस पर हमला, राहुल गांधी पर तीखे सवाल
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर संविधान के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं।
- Published On :
20-Jan-2025
(Updated On : 20-Jan-2025 10:58 am )
संविधान गौरव अभियान: नड्डा का कांग्रेस पर हमला, राहुल गांधी पर तीखे सवाल
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर संविधान के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। 'संविधान गौरव अभियान' के तहत नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 65 वर्षों के शासन में संविधान के बुनियादी प्रावधानों को कमजोर किया और देश की संस्थाओं का राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग किया।
नड्डा का पलटवार
नड्डा का यह बयान राहुल गांधी के उस आरोप का जवाब था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा और आरएसएस ने देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है और अब कांग्रेस "भारतीय राज्य" से लड़ रही है। नड्डा ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपने परिवार के इतिहास और संविधान के साथ की गई छेड़छाड़ के बारे में जानकारी नहीं है।
आंबेडकर का उल्लेख और कांग्रेस की आलोचना
नड्डा ने संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, यदि इसे लागू करने वालों की मंशा ठीक न हो, तो वह असफल हो जाएगा। उन्होंने इंदिरा गांधी पर आरोप लगाया कि आपातकाल (1975-77) के दौरान उन्होंने संविधान के साथ छेड़छाड़ की और 1.35 लाख लोगों को जेल में डाला।
उन्होंने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी ने "धर्मनिरपेक्षता" और "समाजवाद" जैसे शब्द जोड़कर देश को गुमराह किया। अनुच्छेद 370 और 35ए का जिक्र करते हुए नड्डा ने नेहरू सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ये प्रावधान जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित करते थे।
भाजपा की उपलब्धियां
नड्डा ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने और 'एक देश, एक कर' (GST) लागू करने जैसे कदमों को भाजपा की मंशा की सफलता का उदाहरण बताया। उन्होंने समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत भी दिया।
जनता को सावधान रहने की नसीहत
नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, लेकिन उन्हें इसमें क्या है, यह नहीं पता। उन्होंने जनता से अपील की कि वे उन पाखंडी नेताओं से सतर्क रहें, जो देश को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।
नड्डा का संदेश
नड्डा ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि भाजपा ने हमेशा संविधान और डॉ. आंबेडकर के विचारों की रक्षा की है, जबकि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए संविधान का दुरुपयोग किया। उनके इस बयान ने राजनीतिक बहस को और तीखा बना दिया है, जहां दोनों पक्ष अपनी-अपनी विचारधारा और ऐतिहासिक दृष्टिकोण को लेकर आमने-सामने हैं।
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