नई दिल्ली। भाजपा ने महाराष्ट्र में विधायक दल का नेता चुनने के लिए दो पर्यवेक्षकों क नियुक्ति कर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे 4 दिसंबर को होने वाली विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव करवाएंगे।
उल्लेखनीय है कि 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सरकार गठन को लेकर उठापटक चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की समझाइश के बाद एकनाथ शिंदे सीएम पद छोड़ने को तैयार हो गए, लेकिन मंत्रिमंडल के पदों को लेकर अभी तक महायुति में बात नहीं बन पाई है। सरकार गठन में देरी से जहां महायुति के सभी दलों में उथलपुथल मची हुई है। कार्यकर्ता निराश हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में सोमवार को विधायक दल की बैठक होनी थी लेकिन एकनाथ शिंदे की तबीयत पूरी तरह से ठीक नहीं होने की वजह से इसे टाल दिया गया। महाराष्ट्र में यह तो तय हो गया है कि सीएम भाजपा का होगा, लेकिन मंत्रियों के विभागों को लेकर अभी सब कुछ तय होना बाकी है। शिंद की शिवसेना और पवार की एनसीपी सभी बड़े पदों पर नजरें गड़ाए बैठी है। अगर 4 दिसंबर की बैठक में सबकुछ ठीकठाक रहता है तो नई सरकार 5 दिसंबर को शपथ ले सकती है।
डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे श्रीकांत शिंदे
महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे और शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने की खबरों को विराम दे दिया है। उन्होंने एक पोस्ट में बताया कि उन्हें केंद्र सरकार में ही मंत्री बनने का ऑफर था, जिसे वह ठुकरा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वह राज्य में किसी मंत्री पद के दौर में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता की तबीयत खराब थी, इसलिए वह आराम के लिए अपने गांव गए थे। अब शिंदे ठाणे में हैं।
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