इंदौर कद्दावर नेता और वर्तमान में प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के पूर्व विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय के जन्मदिन पर शहर में लगा एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें आकाश को किंग ऑफ इंदौर बताया गया है। हालांकि जन्मदिन से पहले ही यह पोस्टर कई जगह से हट गया, लेकिन इंदौर के राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा जारी है।
पिछले विधानसभा चुनाव में कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बेटे आकाश को विधानसभा तीन से टिकट दिलवाया था। वे जीते भी। अच्छा काम भी किया, लेकिन इस बार पिता के मैदान में उतर जाने से मामला बिगड़ गया। कैलाशजी खुद विधानसभा एक से लड़े और बेटे की जगह गोलू शुक्ला को टिकट दिलवा दिया। इसी पूर्व विधायक बेटे को किंग ऑफ इंदौर बताने के बाद राजनीतिक गप्पें शुरू हुई हैं।
यह पोस्टर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तो चर्चा का विषय बना ही, कांग्रेस की तिरछी नजर भी इस पर पड़ी थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया ने इस पोस्टर को मिर्जापुर सीरीज का पोस्टर बताते हुए आकाश को मुन्ना भैया तो कैलाश विजयवर्गीय को कालीन भैया बता दिया था। चौरसिया ने दावा किया कि यह पोस्टर वर्चस्व की लड़ाई का प्रतीक है, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे के लिए खुले तौर पर राजनीतिक मैदान तैयार कर रहे हैं।
अब भाजपा नेता व कार्यकर्ता चटखारे लेकर इस पोस्टर और कांग्रेस के आरोपों पर चर्चा कर रहे हैं। कुछ कार्यकर्ताओं ने तो पूरी मिर्जापुर सीरीज की टीम भी सोच डाली। अब बातें हैं तो हम तक पहुंचेंगी ही, उसे आप तक पहुंचाना भी हमारा फर्ज है।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर सचमुच इंदौर, मिर्जापुर बन जाए तो गुड्डू पंडित की भूमिका में कौन होगा। गुड्डू पंडित सबका सफाया कर खुद मिर्जापुर पर कब्जा करना चाहता है। कार्यकर्ताओं ने इसके लिए नाम सुझाया-गौरव रणदिवे का। कार्यकर्ताओं का कहना है कि गौरव फिलहाल इसी राह पर चल रहे हैं।
अब मिर्जापुर के एक और कैरेक्टर गुड्डू पंडित के भाई बबलू पंडित की कर लें। कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस भूमिका में मनोज पटेल फिट बैठेंगे। पिछले कुछ समय से उनके साथ जो हो रहा है या वे जो कर रहे हैं, उस हिसाब से उनके लिए यही कैरेक्टर बेहतर होगा।
कार्यकर्ताओं ने शकुंतला शुक्ला और शरद शुक्ला का भी कैरेक्टर ढूंढ निकाला है। इंदौर के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के हिसाब से शकुंतला शुक्ला का कैरेक्ट विधायक मालिनी गौड़ को मिलने की कल्पना की जा रही है। जाहिर है, ऐसे में उनके बेटे एकलव्य सिंह गौड़ को शरद शुक्ला का ही कैरेक्ट मिलेगा।
वैसे तो कार्यकर्ताओं ने पूरी मिर्जापुर की टीम को इंदौरी नेताओं पर फिट कर रखा है, लेकिन सबके बारे में लिखें तो बातें लंबी हो जाएंगी चलते-चलते एक और कैरेक्टर कालीन भईया के सबसे खास मकबूल की भी बात हो जाए। अगर भाजपा कार्यकर्ताओं को मिर्जापुर बनाने का मौका दे दिया जाए तो वे इस रोल में महापौर पुष्यमित्र भार्गव को रखना चाहेंगे।
बातें भले ही काल्पनिक हों, लेकिन एक बार इंदौर के राजनीतिक परिदृश्य पर इन्हें रखकर देखेंगे तो शायद आपको भी मजा आए। और हां, कोई और कैरेक्टर आपके दिमाग में हो तो हमें बताइएगा…
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