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व्यापमं घोटाले में बयान देकर फंसे एमपीसीए अध्यक्ष खांडेकर, दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा ने उनकी पत्रकारिता पर ही उठा दिए सवाल

मामला उठाकर अपनी सरकारी नौकरी गंवा चुके डॉ.आनंद राय ने कहा-लाइजनर हैं खांडेकर

इंदौर। अपने को मध्यप्रदेश का बड़ा पत्रकार मानने वाले वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया की कृपा से मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष का पद संभाल रहे अभिलाष खांडेकर व्यापमं घोटाले पर बयान देकर फंस गए हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस सरकार में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने कुछ नहीं किया। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने पलटवार करते हुए उनकी पत्रकारिता पर ही सवाल उठा दिए हैं। व्यापमं मामले में व्हिसल व्लोअर की भूमिका निभा कर अपनी नौकरी तक गंवा चुके डॉ.आनंद राय ने कहा है कि वे तो पत्रकार हैं ही नहीं, सिर्फ लाइजनिंग करते हैं।

हाल ही में एक कार्यक्रम में खांडेकर ने कहा था कि सीबीआई ने इस मामले में काफी कुछ ढूंढ लिया था लेकिन केस चलाने की मंजूरी बड़े लोगों के लिए वह नहीं मिली। कांग्रेस ने पहले यह मुद्दा उठाया लेकिन जब सरकार बनी तो तब कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह चाहते तो कड़ा एक्शन ले सकते थे।

दिग्गी और तन्खा ने पत्रकारिता पर ही उठा दिए सवाल

अभिलाष खांडेकर के बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि खांडेकरजी आपको गलतफहमी है। हम लगातार यह लड़ाई लड़ रहे हैं। आप कभी घोटाला करने वालों से भी चर्चा कर लीजिए। मैं तो हमेशा कहता आया हूं कि इसमें जिन लोगों ने रिश्वत दी है उन्हें सरकारी गवाह बनाया जाना चाहिए, जिन्होंने रिश्वत ली उन्हें मुख्य आरोपी बनाया जाए। ऐसा हुआ नहीं और रिश्वत खाने वाले घूमते रहे। इस पर विवेक तन्खा ने कहा कि- दिग्विजय जी अनभिज्ञ व्यक्ति को माफ कर दीजिए। पत्रकारिता का फर्ज किसने कितना निभाया दुनिया के सामने है। आप को और मुझे किसी को स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने फिर कहा कि तन्खा जी पत्रकार पत्रकारिता करें राजनीति नहीं।

आनंद राय ने कहा-पत्रकार नहीं लाइजनर हैं खांडेकर

व्यापमं मामले में अपनी सरकारी नौकरी गंवा चुके और जेल जा चुके व्हिसल व्लोअर डॉ.आनंद राय ने कहा कि अभिलाष खांडेकर पत्रकार ही नहीं हैं, वह तो लाइजनर हैं। जिस आदमी ने अपनी पत्रकारिता के पूरे जीवन में व्यापमं पर एक इन्वेस्टीगेटिंग स्टोरी नहीं की, जिसकी साल में 10 बाइलाइन भी नहीं छपती हो वह सवाल कैसे उठा सकता है? खांडेकर तो सांप और पक्षी पर किताबें लिखकर मध्यप्रदेश सरकार से पैसा कमा रहे हैं। हम लोग तो लगातार संघर्ष कर रहे हैं।  नौकरी गंवा दी, 70 दिन जेल की हवा खा ली, खांडेकर ने क्या किया? उन्हें कमेंट करने का कोई अधिकार नहीं।

जांच चल रही थी तो शिवराज नामा लिख रहे थे

एक और व्हिसल ब्लोअर आशीष चतुर्वेदी ने भी खांडेकर पर जोरदार हमला किया है । चतुर्वेदी ने कहा कि जब व्यापमं घोटाले की जांच चल रही थी तब खांडेकर शिवराजनामा लिख रहे थे। उनके साथ मंच की शोभा बढ़ा रहे थे।

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