-हरीश फतेहचंदानी
इंदौर। राऊ के भाजपा विधायक मधु वर्मा की तबीयत क्या बिगड़ी, सीएम से लेकर कार्यकर्ता तक चिन्तित हो गए। जब तबीयत बिगड़ी तो पास में पीए और पीएसओ ही थे। दोनों की सूझबूझ से मधु भैया की तबीयत अब ठीक है और जल्द ही उनका बायपास होने वाला है। मधु भैया की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पीएसओ अरुण सिंह भदौरिया को सीएम ने 50 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
नगर निगम के जनकार्य समिति के प्रभारी और इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष रहने के दौरान मधु भैया ने शहर को जो सौगात दी है, उसने उन्हें इंदौर के जन-जन के मन में बसा दिया है। कहा जाता है कि जब निगम में जलकार्य प्रभारी थे, तब किसी के घर बोरिंग से पानी निकल जाता था तो खुशी के मारे रात तीन बजे भी देखने पहुंच जाते थे। इंदौर विकास प्राधिकरण में रहते हुए उन्होंने परंपरा से हटकर शहर की गली-गली में काम कराए।
उनकी लोकप्रियता का आलम यह है कि उन्हें देखने के लिए विशेष हॉस्पिटल के बाहर नेताओं और कार्यकर्ताओं का तांता लगा है। भीड़ को संभालने के लिए परिवार के लोगों को पुलिस और अस्पताल प्रबंधन के साथ मिलकर व्यवस्था बनानी पड़ रही है। कार्यकर्ता विभिन्न मंदिरों में राम रक्षा स्रोत, सुंदर कांड तथा महामृत्युंजय मंत्र का जाप करा रहे हैं।
पांच दिन पहले पड़ा था दिल का दौरा
मधु वर्मा के भतीजे मलय ने बताया कि पांच दिन पहले सुबह उनकी दांत में दर्द हो रहा था। उन्होंने दवा खा ली, लेकिन तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। इसके बाद वे बेहोश हो गए। वर्मा के पीएसओ अरुण सिंह भदौरिया ने उन्हें सीपीआर दी। फिर पीए के साथ रांग साइड गाड़ी चलाते हुए मात्र 7 मिनट में अस्पताल लेकर आ गए। मलय ने बताया कि अब वे ठीक हैं। सारी रिपोर्ट नार्मल आ रही है। अब बायपास सर्जरी की तैयारी चल रही है। डॉ. अमरीष, डॉ.विनोद सोमानी और डॉ.मनीष पोरवाल की टीम उनकी देखभाल कर रही है। मंगलवार या बुधवार को बायपास हो सकता है।
सीएम ने कल की थी मुलाकात
सीएम डॉ.मोहन यादव मधु वर्मा को देखने शनिवार को अस्पताल गए थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से उनके इलाज के बारे में जानकारी ली। मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक महेंद्र हार्डिया, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे सहित भाजपा के कई नेताओं का लगातार वहां आना-जाना लगा है। सिलावट और हार्डिया तो एक दिन में कई बार पहुंच जा रहे हैं।
अस्पताल के बेड पर भी जनता की चिन्ता
सीएम यादव जब वर्मा से मिलने पहुंचे तो वर्मा ने उनसे भावुक होकर कहा कि एक बात कहना चाहता हूं। मेरी लंबे समय से इच्छा थी कि जो 29 गांव नगर निगम की सीमा में शामिल हुए हैं, वहां विकास के कार्य प्राथमिकता से हों, गरीबों को पट्टे दिए जाएं। आपने हाथोंहाथ यह मांग मंजूर भी की और गरीब बस्तियों में पट्टे वितरण का कार्य प्रारंभ भी हो गया है। शायद यह देखने के लिये ही आज मैं आप लोगो के बीच हूं। सीएम भी यह सुनकर भावुक हो गए और कहा-चिंता मत करो मधु भैया, आप जल्द स्वस्थ होकर इसी प्रकार जनता की सेवा करते रहोगे।
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