इंदौर। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद से ही भूमाफिया दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक मद्दा फिर से इंदौर के लोगों को लूटने में लग गया है। जैसा कि पहले से ही अंदेशा था बाहर आते ही उसने अपनी नई गैंग बना ली है, जिसमें कुछ मंत्रियों व नेताओं के खास लोग तथा पुलिस-प्रशासन के लाइजनर शामिल हैं। इस भूमाफिया की हिम्मत तो देखिए कि यह हाल ही में दिल्ली में हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी की शादी में पहुंच गया। यह सीधे-सीधे एक वीवीआईपी की सुरक्षा में सेंध है।
सूत्र बताते हैं कि कुख्यात प्रॉपर्टी दलाल और खुद को लाइजनर कहने वाले गोलू पाटनी उसे ओम बिरला की शादी में लेकर गया था। कांग्रेस से जुड़े गोलू पाटनी के कांग्रेस के कई बड़े नेताओं से अच्छे संबंध हैं। गोलू पाटनी का नाम कई जमीन घोटालों में सामने आ चुका है। वह दीपक मद्दा के साथ बड़ा खेल कर चुका है। अब यह नई गैंग फिर से इंदौर शहर के लोगों को लूटने में जुट गई है। दीपक मद्दा अपने नए और पुराने सहयोगियों के माध्यम से जमीन के पुराने विवाद निपटाने के साथ ही किसी बड़े घोटाले को अंजाम देने की जुगत में है। हाल ही में आईडीए से छूटी स्कीम 171 के कई प्लॉट के मामले वह निपटा रहा है।
त्रिशला सहित कई मामलों में साथ है पाटनी
उल्लेखनीय है कि दीपक मद्दा पर शहर की सैकड़ों कॉलोनियों में घोटाले के केस दर्ज हैं। अयोध्यापुरी, पुष्प विहार से लेकर हीना पैलेस के अलावा अन्य संस्थाओं की जमीनों में भी उसी ने हेरफेर की है। प्रशांत गृह निर्माण के साथ-साथ त्रिशला गृह निर्माण भी मद्दे के कब्जे में रही। त्रिशला गृह निर्माण में गोलू पाटनी की भी विशेष भूमिका है और उससे जुड़े लोगों को भी सदस्य बना रखा है। सूत्रों के अनुसार त्रिशला गृह निर्माण में गोलू पाटनी के माध्यम से मनीष शहारा का पैसा लगा है। चूंकि मामला विवादित था इसलिए शहारा ने गोलू पाटनी के परिवार के परिवार के लोगों के नाम सदस्यों के रूप में दिए थे। यह मामला जब पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पास गया तो उन्होंने इसमें हस्तक्षेप करने से मना कर दिया और कह दिया कि ऐसे मामले में कोताही नहीं बरतेंगे।
हर तरह की जालसाजी कर चुका है मद्दा
जमीन से जुड़े हर तरह के घोटाले कर चुका है दीपक मद्दा। विभिन्न विभागों के फर्जी दस्तावेज बनाने में भी उसे महारत हासिल है। मद्दा ने जमीन घोटाला कर 6.40 करोड़ की संपत्तियां खरीदी। मजदूर पंचायत, देवी अहिल्या श्रमिक कामगार और कल्पतरू सोसायटी में घोटाला किया है। मजदूर पंचायत सोसायटी में नसीम हैदर की मदद से मद्दा ने हनी और टनी को ढाई-ढाई एकड़ जमीन दो-दो करोड़ रुपए में बेची, जिसकी बाजार में कीमत 25 करोड़ रुपए थी। इसी तरह देवी अहिल्या सोसायटी में रणवीर सिंह सूदन के साथ मिलकर यहां की चार एकड़ जमीन का सौदा सिम्पलेक्स कंपनी के नाम कर दिया। यह सौदा चार करोड़ में हुआ और इसमें काफी घपला हुआ। मद्दा ने कल्पतरू सोसायटी संस्था से सौदा किया। हिना पैलेस में 21 हजार वर्गफीट जमीन पर 50 हजार वर्गफुट का निर्माण कर संस्था सदस्यों को 15 साल में फ्लैट बनाकर देने का एग्रीमेंट पैसे खुद रख लिए। इसी पैसे से बिचौली मर्दान में संपत्ति लेकर अपने रिश्तेदार के नाम कर दिए। इसी तरह 1.88 करोड़ रुपए मद्दा ने कहीं और लगा दिए।
मद्दा के खिलाफ लग चुकी है रासुका
सहकारिता विभाग की शिकायत पर मद्दा के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने कल्पतरू सोसायटी में 4.89 करोड़ रुपए के घोटाले का केस दर्ज किया था। इसी मामले में वह 3 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार हुआ था। इसी बीच ईडी ने भी मनी लांण्ड्रिंग में केस दर्ज कर जेल से ही उसकी सुपुर्दगी ले ली। जब भूमाफिया अभियान चला था तब मद्दा के खिलाफ आधा दर्जन एफआईआर हुई थी। प्रशासन ने रासुका लगाकर उसे जेल भेज दिया था। रासुका रद्द होने के बाद वह बाहर आया लेकिन क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया।
अपर मुख्य सचिव के नाम से बनवाया था फर्जी दस्तावेज
दीपक मद्दा फर्जी दस्तावेज बनवाने में भी माहिल है। उसने तत्कालीन अपर मुख्य सचिव (गृह) डॉ.राजेश राजौरा के फर्जी हस्ताक्षर से रासुका निरस्ती का पत्र बना लिया था। खजराना थाने में उसके विरुद्ध विभिन्न धाराओं में केस दर्ज है। मद्दा के विरुद्ध खजराना थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हुआ था।डीसीपी जोन-2 संपत उपाध्याय ने रिपोर्ट बनाई थी। उसमें दीपक द्वारा बनाए फर्जी पत्र का खुलासा हुआ था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मद्दा की तलाश की लेकिन वह फरार हो गया।
मामले की जांच कर सहयोगियों पर हो कार्रवाई
इस कुख्यात भूमाफिया का इस तरह लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी की शादी में पहुच जाना कई सवाल खड़े करता है। अगर वह दिल्ली में वीवीआईपी की शादी में पहुंच सकता है तो इंदौर-भोपाल के अफसरों के यहां उसकी पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिर कौन-कौन उसे सहयोग दे रहा है। इतना ही नहीं इसकी जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि इंदौर के लोगों को ठगने से बचाया जा सके।
Leave Comments