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क्या तैयार हो गई सौरभ शर्मा की फाइनल स्क्रिप्ट, सरकार को लिखी चिट्ठी से उठ रहे कई सवाल, आखिर क्या खुलासा करना चाहता है?

सौरभ शर्मा के वकील ने कहा-सोना, पैसा और संपत्ति नेताओं और नौकरशाहों के

भोपाल। करोड़पति आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा लगभग एक महीने से लोकायुक्त, ईडी और आयकर विभाग की आंखों में धूल झोंक रहा है। अब उसका एक पत्र सामने आया है, जिसमें उसने अपने और परिवार वालों की सुरक्षा की मांग करते हुए कहा है कि वह जांच एजेंसियों के सामने बड़ा खुलासा करना चाहता है। इधर, उसके वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने कहा है कि बरमाद सोना, संपत्ति और पैसा ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं के हैं। यह पूरा घटनाक्रम यह बताता है कि उसके और कुछ और लोगों को बचाने की पूरी स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। 
जिस सौरभ शर्मा को तीन-तीन जांच एजेंसियां ढूंढ रही हैं। जिसके कारण सियासत गर्म है। कांग्रेस और भाजपा नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। कई नेताओं के नाम खुलेआम लिए जा रहे हैं। अब लगभग एक महीने से चुप सौरभ शर्मा चिट्ठी और वकील के माध्यम से सामने आया है।  सौरभ शर्मा ने सरकार को पत्र लिखकर अपनी और परिवार की सुरक्षा मांगी है। उसने पत्र में लिखा है कि उसे, पत्नी, मां और बच्चों को जान की सुरक्षा की गारंटी मिले तो जांच एजेंसियों के सामने आकर बड़ा खुलासा करूंगा।
सौरभ शर्मा के वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने कि बरामद सोना और अकूत संपत्ति अकेले सौरभ की नहीं है। यह पुराना सिंडीकेट है, सौरभ इसका केवल एक छोटा सा अंग है। बरामद रकम और सोना सब कुछ ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं का है। बुझाड़े ने बताया कि जांच एजेंसियों के लिए सौरभ इजी टारगेट था, इसलिए सब उन पर डाल दिया गया है। सरकार अगर जान की सुरक्षा की गारंटी दे तो सौरभ सामने आने को तैयार है। सौरभ की जान को किससे खतरा? इस सवाल सवाल पर वकील ने कहा कि लोकायुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करें कि उससे सौरभ को जान का खतरा नहीं, बल्कि वो सुरक्षा मुहैया करवाएगी। वकील ने कहा कि जांच एजेंसियों ने माइंड सेटअप ही बना लिया कि आरोपी सौरभ है। जबकि इसमें राजनीतिक और ब्यूरोक्रेट्स जुड़े हैं। पकड़ा गया सोना, कैश, अकूत संपत्ति सब उन्हीं का है। यह पुराना सिंडीकेट है। यह 7 साल के कॉन्स्टेबल का अपराध नहीं है। एक बार सौरभ को सुरक्षा की गारंटी के साथ सामने आने दिया गया तो बड़ा खुलासा करने को तैयार हैं।
कांग्रेस तो पहले ही कर चुकी है सुरक्षा की मांग
कांग्रेस नेता कई बार प्रेस कान्फ्रेंस कर सौरभ शर्मा की सुरक्षा की मांग कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे सहित कई नेता खुलेआम कुछ भाजपा नेताओं और नौकरशाहों पर आरोप लगा चुके हैं। अब ही बात सौरभ शर्मा के वकील भी कह रहे हैं। इससे आशंका है कि सौरभ के मामले की पूरी स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है। वह कब सामने आएगा और क्या-क्या बोलेगा, किसे फंसाएगा और किसी बचाएगा इसकी पूरी कहानी तैयार हो चुकी है।
भोपाल और ग्वालियर में ईडी की रेड
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अलग-अलग टीमों ने आज सुबह भोपाल और ग्वालियर में 8 जगह छापे मारे हैं। कार्रवाई पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार केके अरोरा के ठिकानों पर की गई है। भोपाल में इंद्रपुरी स्थित नवोदय हॉस्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल के ठिकानों समेत 4 जगह जबकि ग्वालियर में मुरार स्थित सीपी कॉलोनी समेत 4 जगहों पर छापे मारे गए हैं। अरोरा आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़े बताए जा रहे हैं। ईडी की टीम सुबह करीब 5 बजे अरोरा के सभी ठिकानों पर पहुंची। पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार अरोरा, विनय हासवानी के बिजनेस पार्टनर हैं। भोपाल के मेंडोरी स्थित विनय हासवानी के फार्म हाउस से ही 54 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश से लदी कार मिली थी। वह आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मौसा, पूर्व डीएसपी मुनीश राजोरिया का दामाद है।
पटवारी ने जारी किया भूपेंद्र सिंह का पत्र
कल उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर आरोप लगाए थे, जिसके जवाब में पूर्व मंत्री ने कोई पत्र मिलने पर राजनीति छोड़ देने की बात कही थी। आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर एक नोटशीट का पेज शेयर किया है जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर से सौरभ शर्मा को अनुकंपा नियुक्ति देने की बात लिखी हुई है। इस पत्र को साझा करते हुए कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह से सवाल किया है कि वो राजनीति छोड़ने की अपनी बात पर कब अमल करेंगे।
अब भूपेन्द्र सिंह ने हेमंत कटारे को घेरा
शुक्रवार को उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के आरोपों पर भूपेन्द्र सिंह ने पलटवार करते हुए अब उनके ऊपर दर्ज रेप केस में एफएसएल रिपोर्ट बदले जाने के मामले की जांच कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री और डीपीजी को लिखे लेटर में पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने हेमंत कटारे पर दर्ज बलात्कार के प्रकरण में एफएसएल रिपोर्ट बदले जाने की जांच कराने की मांग की। पत्र में हेमंत कटारे के भाई के संरक्षण में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की उच्च स्तरीय की भी मांग की है।

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