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विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा, भोपाल के प्लॉट आवंटन मामले में पत्नी, भाई और बहू पर भी केस

भोपाल विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ पर भी दर्ज हुआ है केस

भोपाल। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज कर लिया है। इन पर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल योजना में भूखंड के आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप है। इस मामले में लंबी जांच के बाद हेमंत कटारे, उनकी पत्नी, भाई योगेश कटारे और बहू समेत 7 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा, मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स और अन्य पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने साठगांठ कर कटारे परिवार को नियम विरुद्ध प्लॉट का आवंटन किया।

ईओडब्ल्यू ने हर्षवर्धन नगर के सीआर दत्ता की भूमि आवंटन से संबंधित शिकायत पर कार्यवाही की है। ईओडब्ल्यू के अनुसार भोपाल विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स के पार्टनर्स हेमंत कटारे, योगेश कटारे ने मिलीभगत कर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल योजना में भूखंड के आवंटन में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। जांच में पाया गया कि योजना में पहले नियम विरुद्ध भूखंड आवंटन किया गया। फिर आवंटित भूखंड का भूमि उपयोग भी नियम विरुद्ध बदल कर व्यवसायिक कर दिया गया। बीडीए के अधिकारियों ने मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स के पार्टनर्स को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाते हुए आवंटित प्लाट की कीमत का निर्धारण भी बिना निविदा के किया गया। इस मामले की शिकायत भोपाल के हर्षवर्धन नगर निवासी सीआर दत्ता ने की थी। शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू ने जांच कर भोपाल विकास प्राधिकरण के नियमों के खिलाफ जाकर एक निजी कंपनी को जमीन आवंटन का मामला उजागर किया था। बुधवार को हेमंत कटारे, योगेश कटारे, मीरा कटारे और रुचि कटारे पर धारा 120 वी, 420, 468, 471 भादंवि के तहत एफआईआर दर्ज की है।

जांच में मिली थी गड़बड़ी

ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया कि मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स के पार्टनर्स हेमंत कटारे, योगेश कटारे, मीरा कटारे, रुचि कटारे ने बीडीए के तत्कालीन सीईओ केपी राही, ओएसडी मनोज वर्मा और अन्य आरोपियों के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचा। अधिकारियों ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए मेसर्स हाई स्पीड मोटर्स को भूमि का आवंटन, आवंटित भूमि के उपयोग के प्रकार में परिवर्तन किया। इसी के साथ भूमि की राशि का निर्धारण अवैध रूप से लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया। प्लॉट की कीमत भी बिना निविदा के मनमाने तरीके से तय की गई।

कटारे ने आरोपों को नकारा

हेमंत कटारे ने कहा है कि मुझ पर और मेरे परिवार पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ईओडब्ल्यू को ब्लैकमेलिंग का टूल बना रखा है। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए इस प्रकार के झूठे प्रकरण दर्ज करवाते हैं। जब मैं पहली बार विधायक बना तब भी मुझे पर 6 झूठे प्रकरण दर्ज हुए थे। बाद में कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज भी कर दिया था। कटारे ने कहा- मैं इस मामले को कोर्ट के समक्ष लेकर जाऊंगा और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं एक बार फिर दोष मुक्त साबित होऊंगा।

नेता प्रतिपक्ष सिंघार बोले-आवाज दबाने की कोशिश

विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा ये सरकार की विपक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति है। उन्होंने कहा उप नेता हेमंत कटारे और उनके परिवार के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने 10 साल से भी ज्यादा पुराने मामले में केस दर्ज किया है। हेमंत कटारे मुखरता से भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। सरकार की ये कार्रवाई विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश से ज्यादा और कुछ नहीं है।

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