इंदौर। भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर 4 जनवरी को हमला हुआ था। पूरा शहर और सिंधी समाज इसको लेकर आक्रोश व्यक्त कर रहा था, लेकिन सांसद शंकर लालवानी चुप थे। इसके तमाम वीडियो और ऑडियो वायरल हो रहे थे। कालरा बार-बार महापौर परिषद सदस्य जीतू यादव पर आरोप लगा रहे थे, लेकिन लालवानी चुप रहे। आज सीएम डॉ.मोहन यादव इंदौर में थे और उन्होंने पार्षद कालरा के मामले में ट्वीट किया। इसके बाद लालवानी ने भी हिम्मत जुटाई और पहली बार ट्वीट के माध्यम से इस घटना की निंदा की।
सीएम यादव ने एक्स पर लिखा- इंदौर में पार्षद कालरा के निवास में घुसकर कुछ बदमाशों द्वारा परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संबंध में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य लोगों से पूछताछ करके 9 आरोपियों को चिन्हित किया है। इनमें से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना में नाबालिक से दुर्व्यवहार भी शामिल था जिस कारण पॉस्को एक्ट के तहत भी कार्रवाई शामिल है। पुलिस को निर्देशित किया है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
आज सीएम यादव शहर में थे और पूरे दिन इस ट्वीट की चर्चा होती रही। रात को सांसद लालवानी ने भी एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि कालराजी के निवास पर हुई मारपीट एवं परिवार के साथ दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस द्वारा आरोपियो को चिह्नित किया गया है, जिसमे से कुछ की गिरफ्तारी हो चुकी है। पास्को एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। अनुशासन समिति द्वारा भी दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी…
घटना की निंदा करने में 6 दिन लगे
लालवानी के ट्वीट के बाद पूरे शहर और सिंधी समाज में यह चर्चा है कि जिस घटना पर पूरा शहर आक्रोशित था, उस घटना की निंदा करने में सांसद महोदय को 6 दिन लग गए। इंदौर के सांसद इंदौर में हुई ऐसी घटना की क्या निंदा तक नहीं कर सकते थे, इससे उनके कौन से राजनीतिक समीकरण बिगड़ जाते।
सिंधी समाज की बैठक से किया था किनारा
सोमवार रात प्रीतमलाल सभागृह में सिंधी समाज ने इसी मुद्दे पर बैठक बुलाई थी। इसमें मंगलवार को दोपहर 2 बजे तक बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया। इसके साथ पुलिस कमिश्नर और भाजपा नगर अध्यक्ष को ज्ञापन देने का फैसला लिया गया। समाज की इस महत्वपूर्ण बैठक से सांसद शंकर लालवानी गायब रहे। वे खुद तो नहीं ही आए अपने किसी प्रतिनिधि को भी नहीं भेजा। इसको लेकर समाज में जबरदस्त आक्रोश है।
भाजपा कार्यालय में रहते हुए भी नहीं दिया साथ
पार्षद कमलेश कालरा पर हमले के बाद जब सिंधी समाज के लोग भाजपा कार्यालय पहुंचे तो वहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक में सांसद लालवानी उपस्थित थे। समाज के लोगों को उम्मीद थी कि वे प्रदेश अध्यक्ष के सामने बात रखने में साथ देंगे, लेकिन वे बैठक से निकलकर वहां से रवाना हो गए। फिर पार्षद कालरा के साथ समाज के लोगों ने बिना सांसद मुलाकात की। समाज के लोग दंग रह गए कि इतने बड़े मामले में भी सांसद का साथ नहीं मिला।
???????? ???? ???, 30-Nov--0001 12:00 AM
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