भोपाल। पुलिस का भरोसा समाज में अलग प्रकार का है। जब सारी सीमाएं बंद हो जाती हैं तो लोग पुलिस के पास जाते हैं। बीमारी में जैसे डॉक्टर भगवान की तरह है, वैसे ही परेशानी में पुलिस भगवान नजर आती है। पुलिसिंग डंडों से नहीं होती। हमें संवेदनशील भी होना होगा।
यह बात सीएम डॉ.मोहन यादव ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आईपीएस मीट के शुभारंभ अवसर पर शुक्रवार को कही। सीएम यादव ने कहा कि यह एक दूसरे के अनुभव साझा करने का सही मंच है। यह मीटिंग एक तरह से एक कार्यशाला है। एक साथ बैठकर एक तरह से प्रशिक्षण ही हो रहा है। यहां हम खुलकर अपनी बात रख सकते हैं। सच्चे अर्थों में मीट का मतलब है एक-दूसरे के नजदीक आना। यह अलग बात है जब हमारी सोच संकीर्ण हो जाती है तो हम प्रेम का अर्थ प्रेमी-प्रेमिका के बीच ही समझते हैं। वास्तव में प्रेम तो प्रकृति से लेकर सभी से किया जा सकता है।
पुलिस सेवा के लोग 24 घंटे काम करते हैं
सीएम यादव ने कहा कि यह सच है कि सिविल सेवा के लोग काम करते हैं लेकिन पुलिस सेवा के लोग 24 घंटे काम करते हैं। यहां जांच और कार्रवाई भी तत्परता से होती है। आजकल इतनी तरह की चीजें आ रही हैं कि पुलिस का दायरा बढ़ गया है। कुछ संभालें तो लोग बुरा भी मान जाते हैं। मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।
पुलिस के लोगों से ज्यादा प्रेम
उन्होंने कहा कि कई बार लोग यह कहते हैं कि मेरा पुलिस वालों से ज्यादा प्रेम है और यह सही भी है। पुलिस के लोग बहुत काम करते हैं। इसलिए मैं पुलिस से प्रेम करता हूं। पुलिस को तुरंत एक्शन लेना होता है। तुलनात्मक रूप से पुलिस को ज्यादा काम करना पड़ता है। पुलिस को हर स्थिति में हालात को संभालना होता है।
पावर का सही उपयोग होना चाहिए
सीएम यादव ने कहा कि यह जो आपको पावर मिला है इसका सही उपयोग किया जाना चाहिए। दक्षता में संवेदनशीलता भी होना चाहिए। अच्छे काम करने के लिए मन स्थिति अच्छी होनी चाहिए और यह शक्ति अगर किसी के पास है तो वह आईपीएस अफसर के पास होती है। इस मौके पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने भी संबोधित किया।
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