इंदौर। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में भारत की जीत का जश्न मनाने के दौरान हुई हिंसा के आरोपियों की तलाश शुरू हो गई। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष अन्य की तलाश जारी है। इनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी होगी। महू में अब स्थिति नियंत्रण में है।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच गई थी। पहले चरण में प्रयास था कि शांति पूरी तरह से स्थापित हो। उसमें हम लोग सफल रहे। आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाओं पर रोक लगा दी गई। इसके बाद मामले की तफ्तीश शुरू हुई। एफआईआर भी दर्ज हुई है। पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई भी करेंगे। वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और इन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। जो भी दोषी है उसे नहीं बख्शा जाएगा।
घटना में चार घायल, सबकी हालत ठीक
कलेक्टर सिंह ने बताया कि इस घटना में चार लोग घायल हुए हैं, जिनकी हालत ठीक है। कल भारत की जीत के बाद अलग-अलग स्थानों से जुलूस निकल रहे थे। इसी दौरान पटाखा फोड़ने को लेकर मस्जिद के पास से विवाद शुरू हुआ। फिर मारपीट हुई और बाद में इसने बड़ा रूप ले लिया। इसकी भी जांच की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि सोशल मीडिया पर कोई अफवाह न फैलाए। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मस्जिद के पास हुआ था विवाद
बताया जाता है कि रविवार को भारतीय क्रिकेट टीम के चैपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद शहर में जुलूस निकाला जा रहा था। इसी दौरान जुलूस पर जामा मस्जिद मार्ग, पत्ती बाजार सहित अन्य क्षेत्रों में पथराव किया गया। गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए पेट्रोल बम भी फेंके गए। उपद्रवियों ने तीन दुकानों और गाड़ियों में भी आग लगा दी थी। बाद में जब पुलिस पहुंची भीड़ इधर-उधर हो गई।
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