इंदौर। शनिवार का दिन न्याय के देवता और कर्म फलदाता शनि देव को समर्पित है। इस दिन विधिपूर्वक शनि देव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं शनि देव की पूजा किस समय अधिक फलदायी होती है। शनिवार के दिन कुछ ज्योतिष उपाय और सही समय पर की कई पूजा शनि देव को प्रसन्न करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में शनि देव का वास होता है और सूर्य देव पूर्व दिशा में वास करते हैं। दोनों ही एक-दूसरे के विपरीत हैं। सूर्योदय के समय सूर्य पूर्व दिशा से निकलते हैं और उनकी किरणें पश्चिम दिशा में शनि देव की पीठ पर पड़ती हैं ऐसे में इस समय कोई भी पूजा स्वीकार नहीं की जाती। इस समय वे भक्तों पर दृष्टि डालना बंद कर देते हैं। सूर्यास्त के समय जैसे ही सूर्य देव पश्चिम दिशा में जाते हैं शनि देव प्रकट हो जाते हैं। इसलिए कहते हैं कि शनि देव की पूजा सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद करना फलदायी होती है। इससे शनिदेव प्रसन्न होकर शुभ फल देते हैं और आपकी मनोकामना पूरी होती है।
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