मुंबई। हिंडनबर्ग रिपोर्ट से विवादों में आईं सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच के खिलाफ उनके विभाग में ही विरोध शुरू हो गया है। गुरुवार को काफी संख्या में कर्मचारी विरोध में उतर आए और मुंबई स्थित मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने लगे। कर्मचारियों ने माधवी पुरी बुच के इस्तीफे की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को सेबी ने कर्मचारियों की नाराजगी और टॉक्सिक वर्क कल्चर के आरोपों को लेकर एक बयान जारी कर किया था। सेबी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि इन कर्मचारियों को बाहरी ताकतें भ्रमित कर रहे हैं। सेबी ने कहा था कि एचआरए और टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर कर्मचारियों की आपत्तियां बाहरी तत्वों से मिसगाइडेड हैं और संभवत: मिसप्लेस्ड हैं। कर्मचारियों ने इसी बयान के विरोध में प्रदर्शन किया और सेबी चेयरपर्सन के इस्तीफे की मांग करते हुए उस बयान को वापस लेने मांग की है।
6 अगस्त 2024 को सेबी के करीब 500 कर्मचारियों ने वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर माधबी पुरी बुच के ऊपर दफ्तर का माहौल खराब करने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने जैसे आरोप लगाए थे। कर्मचारियों ने पत्र में लिथा था कि वे दफ्तर के खराब माहौल से बेहद परेशान है। माधबी पुरी बुच टॉक्सिक वर्क कल्चर को बढ़ावा देती हैं। बैठकों में लोगों के ऊपर चिल्लाना और सार्वजनिक तौर पर जलील करना आम बात हो गई है।
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