नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को आता है, लेकिन अगले रविवार को 26 जनवरी होने के कारण एक सप्ताह पहले ही यह कार्यक्रम प्रसारित हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने महाकुंभ के आयोजन को ऐतिसाहिक बताया और इसरो को भी स्पेस डॉकिंग में सफलता हासिल करने पर बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा क भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। एक भारतीय स्पेस टेक स्टार्टअप, बेंगलुरू के 'पिक्सेल' ने भारत का पहला निजी सैटेलाइट कांस्टेलेशन – 'फायर-फ्लाई', सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह सैटेलाइट कांस्टेलेशन दुनिया का सबसे हाई-रिज़ॉल्यूशन हाइपर स्पेक्ट्रल सैटेलाइट कांस्टेलेशन है। इस उपलब्धि ने न केवल भारत को आधुनिक स्पेस टेक्नोलॉजी में अग्रणी बनाया है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। पीएम ने कहा कि कुछ दिन पहले हमारे वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट की स्पेस डॉकिंग कराई है। भारत इसमें सफलता हासिल करने वाला चौथा देश बना।
इनोवेटर्स और युवा उद्यमियों की तारीफ
पीएम मोदी ने अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग की तकनीकों को लेकर भारत के वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स और युवा उद्यमियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास का 'एक्सटेम' केंद्र अंतरिक्ष में मैन्युफैक्चरिंग के लिए नई तकनीकों पर काम कर रहा है। ये केंद्र अंतरिक्ष में 3डी–प्रिंटेड बिल्डिंग, मेटल फोम्स और ऑप्टिकल फाइबर जैसे तकनीकों पर रिसर्च कर रहा है। ये सेंटर, बिना पानी के कंक्रीट निर्माण जैसी क्रांतिकारी विधियों को भी विकसित कर रहा है.।
संविधान लागू होने का 75 वां वर्ष
पीएम मोदी ने इसी के साथ गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत विशेष है। यह भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है। इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी व्यक्तित्वों को नमन करता हूं जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया।
महाकुंभ में न कोई भेदभाव न जातिवाद
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव नहीं, जातिवाद नहीं। इसमें भारत के दक्षिण से लोग आते हैं, भारत के पूर्व और पश्चिम से लोग आते हैं। कुंभ में गरीब-अमीर सब एक हो जाते हैं। इस समागम में युवाओं की बड़ी भागीदारी नजर आ रही है। इससे सभ्यता की जड़ें मजबूत होंगी और स्वर्णिम भविष्य तय होगा।
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