भारत यह एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है,राम पर भी भरोसा नहीं;ए राजा
ए राजा ने कहा कि भारत पारंपरिक दृष्टि से एक भाषा, एक संस्कृति वाला देश नहीं है.उन्होंने कहा था कि भारत यह एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है.
- Published On :
06-Mar-2024
(Updated On : 06-Mar-2024 11:19 am )
भारत यह एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है,राम पर भी भरोसा नहीं;ए राजा
तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने विवादास्पद बयान दिया | पिछले हफ़्ते ए राजा ने कहा था कि भारत पारंपरिक दृष्टि से एक भाषा, एक संस्कृति वाला देश नहीं है.उन्होंने कहा था कि भारत यह एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है. एक मार्च को कोयंबटूर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के जन्मदिन के आयोजन में राजा ने कहा था, एक देश का मतलब है एक भाषा, एक संस्कृति, एक परंपरा. भारत एक देश नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप था. यहाँ तमिलनाडु एक देश है, जिसकी एक भाषा और एक संस्कृति है. मलयालम एक अन्य भाषा और संस्कृति है... इन सभी के एक साथ आने से ही भारत बना है - इसलिए भारत एक उपमहाद्वीप बनता है, एक देश नहीं.
ए राजा ने बिलकिस बानो गैंग रेप केस में दोषियों की रिहाई पर कथित रूप से लगाए गए ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे ज़िक्र करते हुए कहा कि हम ऐसे लोगों के जय श्री राम और भारत माता कतई स्वीकार नहीं करेंगे. तमिलनाडु ये कभी स्वीकार नहीं करेगा. अपने लोगों को जाकर कह दीजिए कि हम राम के दुश्मन हैं.बयान पर जमकर विवाद हो रहा है. एक राजा की टिप्पणी से कांग्रेस की अगुआई वाला इंडिया गठबंधन भी बैकफुट पर दिख रहा है.यही वजह भी है कि कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को कहना पड़ा कांग्रेस इस बयान से पूरी तरह असहमत है. उन्होंने कहा कि राम सबके हैं.
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