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सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा-पिछले साल जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों में से 60 फीसदी पाकिस्तानी

सेना प्रमुख ने कहा-नॉर्थ ईस्ट में लगातार सुधर रहे हैं हालात

नई दिल्ली। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले साल जो आतंकी मारे गए, उसमें से 60 प्रतिशत पाकिस्तानी मूल के थे। जम्मू-कश्मीर में फिलहाल एक्टिव आतंकियों में से 80 प्रतिशत पाकिस्तान बेस्ड आतंकी हैं। फिलहाल यहां स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

सेना प्रमुख द्विवेदी ने सोमवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि हाल के दिनों में उत्तरी कश्मीर और डोडा-किश्तवाड़ में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए 5 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हम धीरे-धीरे टेरररिजम से टूरिजम की ओर बढ़ रहे हैं। लाइन ऑफ एक्चुल कंट्रोल (चीन सीमा) पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन कंट्रोल में है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी है, लेकिन हम शांति बहाली की कोशिश कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में फिलहाल एक्टिव आतंकियों में से 80 % पाकिस्तान बेस्ड आतंकी हैं।

सेना प्रमुख ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में हालात लगातार सुधर रहे हैं। मणिपुर में सुरक्षा बलों के प्रयास और सक्रिय सरकारी कोशिश से स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, हिंसा की चक्रीय घटनाएं जारी हैं। हम क्षेत्र में शांति स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। भारत-म्यांमार सीमा पर, निगरानी बढ़ा दी गई है, जिसका उद्देश्य म्यांमार की अशांति से बचाव करना है। बॉर्डर फेंसिंग पर भी काम जारी है। देश की उत्तरी सीमाओं पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन सिचुएशन अंडर कंट्रोल है। अक्टूबर 2024 में पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में एलएसी पर विवाद की स्थिति सुलझ गई है। इन दोनों इलाकों में अब पेट्रोलिंग भी शुरू हो गई है। उपेंद्र द्ववेदी ने कहा कि सेना को आत्मनिर्भर बनाते हुए भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना ही मेरा लक्ष्य है। नेशनल सिक्योरिटी के लिए मीडिया और सुरक्षाबलों में एक साथ आने की क्षमता है। इसलिए मैं मीडिया से बातचीत की प्रोसेस को अपनाता हूं।

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