टाटा और ताइवान की कंपनी पावर चिप मिलकर भारत का पहला व्यावसायिक सेमीकंडक्टर फ़ैब स्थापित करेंगे. इसकी जानकारी गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने देश में पहला सेमीकंडक्टर फ़ैब बनाने का अहम फैसला लिया है. पहला सेमीकंडक्टर फ़ैब को टाटा और ताइवान की पावर चिप कंपनी मिलकर धोलेरा विशेष औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित करेंगी. उन्होंने बताया, "इस फैक्ट्री में सालाना 300 करोड़ रुपये की चिप का निर्माण होगा. यह देश को आत्मनिर्भर बनाने की ओर अहम कदम है.
उन्होंने कहा कि यह चिप आठ क्षेत्रों की जरूरत को पूरा करेंगी, जिनमें शामिल हैं- हाई पावर कंप्यूटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, टेलीकॉम, डिफेंस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, पॉवर इलेक्ट्रॉनिक्स आदि.गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 91,000 करोड़ रुपये की लागत से इस यूनिट का निर्माण 100 दिन के अंदर शुरू होगा.
सरकार ने दो और सेमीकंडक्टर यूनिट की घोषणा की है. असम में टाटा सेमीकंडक्टर असेम्बली और टेस्ट यूनिट और गुजरात के साणंद में एक अन्य ज्वाइंट वेंचर. इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट के एक बड़े उपभोक्ता देश के तौर पर उभर रहा भारत माइक्रोचिप के लिए पूरी तरह आयात पर निर्भर है और अब उसकी कोशिश इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की है.
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